कुल्लू – मणिकर्ण की छोज घाटी में बादल फटने से लापता हुए सुंदरनगर के कलौहड़ निवासी रोहित कुमार शर्मा के लापता होने से बाद अब पूरे परिवार पर संकट आ गया है। परिवार व रिश्तेदार रोहित के सकुशल घर लौटने की राह देख रहे है। रोहित परिवार को संभालने के लिए आठ महीने पहले ही कैंपिंग साइट का अपना काम शुरू किया था।
सोमवार को अपनी बहन पूजा शर्मा से हुई बातचीत में रोहित ने बताया था कि धीरे-धीरे उसका काम अब बढऩे लगा है। आने वाले समय में परिवार की सारी दिक्कतें खत्म हो जाएंगी। अपने से एक साल छोटे भाई के लापता होने की सूचना के बाद भी बहन को विश्वास है कि उसका भाई सही सलामत घर लौटकर आएगा। इसलिए उसने अभी तक अपनी मां को भाई के बादल फटने से आई बाढ़ में लापता होने बारे कोई जानकारी नहीं दी है।
पूजा ने बताया कि उसके पिता स्वर्गीय तारा चंद शर्मा का 2005 में किन्नौर में एक सडक़ हादसे में देहांत हो गया था। तब दोनों भाई बहन छोटे थे। मां मीना शर्मा ने किसी तरह स्कूल में मिड डे मिल वर्कर के रूप में कड़ी मेहनत कर दोनों बच्चों को पढ़ाया। वह अभिलाषी कालेज में एम फार्मेसी कर रही है और साथ में अपनी पढ़ाई के लिए एक निजी कंपनी में काम भी करती है। रोहित ने इलेक्ट्रानिक्स में आइटीआई की है। पिछले दो वर्षों से मनीकर्ण में काम कर रहा था।
मेहनत की कमाई जोड़ जोडक़र आठ महीने पहले ही अपना काम शुरू किया है। चार दिन पहले कालेज के टूअर के दौरान भी वह भाई की कैंपिंग साइट को देखने और अपने दोस्तों को दिखाने गई थी। उस दौरान भाई से भविष्य की योजनाओं को लेकर खूब बातें हुई थी। पूजा ने कहा कि भगवान की दया से उसका भाई सही सलामत होना चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो मां इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाएंगी।