राज्य सहकारी बैंक
हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक की जंजैहली ब्रांच में लोगों के खातों से हुई छेड़छाड़ के दौरान लाखों रुपए का गड़बड़झाला सामने आया है। बताया जा रहा है कि इस कार्य को बैंक के ही किसी कर्मचारी ने अंजाम दिया गया है। मामले की भनक लगते ही वह पिछले दो दिनों से अपनी ड्यूटी से भी गायब है। बैंक के जिला प्रबंधन ने मामले के उजागर होते ही अपनी ओर से विभागीय जांच बिठा दी है। बता दें कि हंसराज पुत्र भगवान दास ने थाना प्रभारी जंजैहली को लिखे शिकायत पत्र में कहा है कि उसका राज्य सहकारी बैंक की जंजैहली ब्रांच में एक सेविंग तथा दूसरा केसीसी खाता है।
वह दो मई को अपनी आवश्यक्तानुसार पैसे निकालने ब्रांच गया तथा अपने दोनों खातों की जानकारी ली, जिसमें से उसके सेविंग खाता संख्या 31110100183 से 13 लाख तथा केसीसी खाता संख्या 31151000443 से 7 लाख 69 हजार रुपए की राशि अवैध रूप से निकाली गई है, जिसका उसके मोबाइल पर भी बैंक की ओर से कोई मैसेज तक नहीं आया। इससे स्पष्ट जाहिर है कि उसके दोनों खातों से किसी सुनियोजित ढंग से छेड़छाड़ हुई है। हंसराज का कहना है कि जब उसने अपने दोनों खातों से हुई ट्रांजेक्शन के बारे प्रबंधक से पुष्टि करवाई, तो उसके पांव तले जमीन खिसक गई। हंसराज ने कहा कि उन्होंने न तो इस भारी-भरकम राशि का किसी को कोई चेक दिया है और न ही तो किसी को विदड्रॉल पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।
लिहाजा हंसराज ने थाना प्रभारी जंजैहली से मांग की है कि वे मामले की प्राथमिकी दर्ज कर उसे न्याय प्रदान किया जाए। पुलिस ने हंसराज द्वारा की गई लिखित शिकायत के आधार पर बैंक प्रबंधक से संबधित दस्तावेज मांग लिए है। उधर, बैंक प्रबंधन ने मामला उजागर होते ही अपने स्तर पर विभागीय जांच शुरू कर दी है। बैंक के जिला प्रबंधक पंकज शर्मा का कहना है कि उन्होंने अन्य दूसरी ब्रांच के वरिष्ठ प्रबंधक सुरेश ठाकुर को बतौर जांच अधिकारी नियुक्त किया है। उन्होंने स्वीकार किया कि शिकायतकर्ता के खाते से कुछ छेड़छाड़ हुई है। शर्मा ने स्पष्ट किया कि बैंक जांच मुकमल होते ही दोषी पाए जाने वाले कर्मचारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता के खाते से अवैध रूप से हुई निकासी की भरपाई नियमानुसार कर दी जाएगी। सनद रहे कि जंजैहली बैंक में हुए लाखों रुपयों के इस गड़बड़झाले की खबर समूची सराजघाटी में आग की तरह फैल गई है।