युवक गिरफ्तार
जिला कांगड़ा मुख्यालय धर्मशाला में धोखाधड़ी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दोस्त बनकर बैंक एकाउंट खुलवा कर लाखों का लेन-देन करने वाले युवक को धर्मशाला पुलिस ने किया गिरफ्तार और दूसरे साथी को ढूंढने के लिए परोला में दी दविश। धर्मशाला के श्यामनगर में पीजी में रह रहे एक युवक ने पीजी में रहने वाले अन्य युवकों से विभिन्न बैंकों में खाते खुलवाए। इसके बाद उन्हें धोखे में रखकर बैंक खातों में अवैध तरीके से करोड़ों का लेनदेन किया। पैसा कहां से आया और कहां गया, किसी को कुछ नहीं मालूम।
धर्मशाला पुलिस स्टेशन में कांगड़ा के रहने वाले पत्रकार ने शिकायत दर्ज करवा कर आरोप लगाया कि वह धर्मशाला में रहकर पढ़ाई करने के साथ-साथ प्राइवेट चैनल में भी पार्ट टाइम नौकरी करता हूँ। मैं श्यामनगर के पीजी में रहता हूं। पीजी में बैजनाथ के फट्टाहार तहसील के रहने वाले साहिल ने मुझे कहा था कि किसी बैंक में खाता खुलवाना होगा तो बताना। मैं सभी बैंक में एकाउंट खुलवाने का काम करता हूं। मुझे बैंक एकाउंट की जरूरत थी तो मैंने 20 फरवरी 2023 को उसे कहा बैंक एकाउंट खुलवाना है।
जिस पर साहिल मुझे कोतवाली बाजार के केनरा बैंक ब्रांच में ले गया और मेरा एकाउंट खुलवा दिया, लेकिन मुझे एकाउंट की डिटेल नहीं मिली और साहिल टाल मटोल करता रहा जिस पर मुझे शक हुआ और में 13 जून को केनरा बैंक गया और अपने कहते के संबंध में जानकारी मांगी। बैंक से मुझे पता चला कि मैंने जो आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज साहिल के माध्यम से बैंक में जमा करवाए थे उस पर एकाउंट नंबर 110103918500 खुला ह। जब मैंने इस एकाउंट की 20 फरवरी से लेकर 30 अप्रैल तक स्टेटमेंट निकलवाई तो मालूम पड़ा कि इस दौरान 64 लाख 98 हज़ार 653 रुपए का लें-दें हो चुका था। जब मैंने साहिल से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह लोगों के एकाउंट खुलवा कर पपरोला निवासी सुमित उर्फ़ लवली को देता। सुमित इसके बदले में उसे पैसे देता।
साहिल ने पीजी में रह रहे अन्य युवकों के भी बैंक एकाउंट खोले हैं। पत्रकार की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी साहिल के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। साहिल एमबीए पास है और वर्तमान में योल के निजी स्कूल में बैडमिंटन का कोच है। उसने बताया कि अपने रुपयों की जरूरत को पूरा करने के लिए इस धंधे को कर रहा था।
किसी को नहीं मालूम पैसा कहां से आया कहां गया
पीजी में रह रहे अन्य युवकों के नाम से साहिल ने कई-कई खाते खोले और हर खाते से लाखों रुपये का लेनदेन हुआ। पैसा कहां से आया और कहां गया, किसी को नहीं पता है। इसके अलावा यह भी सामने आया है कि आरोपित साहिल ने एटीएम लेने के बाद सभी खाताधारकों का पंजीकृत मोबाइल नंबर बदलवा दिया था। इससे किसी को भी इतने बड़े पैमाने पर हुए लेनदेन की जानकारी ही नहीं हुई।