महंगाई के बीच
महंगाई के बीच में लोगों ने राहत की सांस ली है। शहर में चक्की के आटे के दामों में छह रुपये प्रतिकिलो तक गिरावट आई है। मार्च और अप्रैल में आटे के रिटेल दाम 38 रुपये किलो तक पहुंच गए थे। 10 किलो की आटे की थैली 380 रुपये में लोगों को मिल रही थी। अब आटे के दाम घट कर 32 रुपये किलो रह गए हैं। अब 10 किलो की थैली लोगों को 320 रुपये में मिल रही है।
शिमला के गंज स्थित अनाज मंडी में सस्ती दरों पर लोगों को आटा मिल रहा है। सोमवार को अनाज मंडी में सामान खरीदने आई सावित्री और मीना ने बताया कि मसालों और दालों के दाम बढ़ने से रसोई का बजट बिगड़ गया है। अब आटे के रेट कम होने से काफी राहत मिलेगी। अनाज मंडी के कारोबारियों का कहना है कि गेहूं के आटे की आपूर्ति में बढ़ोतरी के चलते इसके दामों में कमी आई है। इनका कहना है कि आने वाले दिनों में गेहूं के आटे के दाम और कम हो सकते हैं। वहीं जौ के आटे के रेट में भी दो से तीन रुपये की कमी आई है। अनाज मंडी में जौ का आटा अब 34 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। संवाद आटे के दामों में छह रुपयेे प्रति किलो तक की गिरावट आई है। शहर की आटा मीलों में सस्ते गेंहू की आपूर्ति के बाद आटे के दाम कम हो गए हैं। दाम कम होने के बाद अब ब्रांडेड की जगह चक्की के आटे की डिमांड भी बढ़ गई है। – दीपक श्रीधर, अध्यक्ष, अनाज मंडी कारोबारी एसोसिएशन