मणिमहेश यात्रा
मणिमहेश यात्रा के दौरान श्रद्धालु अब भरमौर से पवित्र डल झील तक मात्र सात मिनट में पहुंच सकेंगे। समुद्रतल से 13,390 फीट की ऊंचाई पर मणिमहेश झील के पास पर्यटन विभाग चंबा हेलीपैड बना कर श्रद्धालुओं का सफर आसान करना चाहता है। बहरहाल, लोक निर्माण विभाग मंडल भरमौर मणिमहेश यात्रा आरंभ होने से पहले पवित्र मणिमहेश झील के समीप हेलिकॉप्टर उतारने की योजना को अमलीजामा पहनाने में जुटा हुआ है। भरमौर से पवित्र झील तक की दूरी 29 किलोमीटर है। इसे पैदल तय करने में करीब 12 घंटे लगते हैं।
पीडब्ल्यूडी मंडल भरमौर के अधिशासी अभियंता संजीव महाजन ने बताया कि मणिमहेश यात्रा आरंभ होने से पहले हेलीपैड के निर्माण कार्य पूरा का लक्ष्य रखा है। पहली बार श्रद्धालुओं को भरमौर से मणिमहेश झील के लिए चॉपर की सुविधा मिलेगी। हेलीपैड में दो चॉपर उतर सकेंगे। पर्यटन विभाग ने पीडब्ल्यूडी मंडल भरमौर को हेलीपैड निर्माण करने के लिए 50 लाख जारी कर दिए हैं। श्रीकृष्ण अष्टमी (भाद्रपद शुक्ल अष्टमी) से श्रीराधाष्टमी (भाद्रपद शुल्क अष्टमी) के मध्य पवित्र मणिमहेश यात्रा में हर वर्ष देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं। यात्रा के दौरान 14 किमी की खड़ी चढ़ाई में असमर्थ श्रद्धालु कई बार आगे नहीं जा पाते हैं।
हालांकि, गौरीकुंड में भी हेलीपैड है और यहां के लिए यात्रा के दौरान भरमौर से हेलीकॉप्टर उड़ान भरता है। मगर अब मणिमहेश झील के पास हेलीपैड बनाया जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को चढ़ाई चढ़ने से राहत मिल सके। ठेकेदार ने चिह्नित स्थान पर जमीन को समतल करने के साथ सुरक्षा दीवार का कार्य पूरा कर लिया है। साथ ही हेलीपैड के ईद-गिर्द डंगों का निर्माण कार्य भी करीब-करीब पूरा होने वाला है। ऐसे में अब विभाग शीघ्र अति शीघ्र हेलीपैड निर्माण कार्य पूर्ण करवा कर आगामी मणिमहेश यात्रा के दौरान शिवभक्तों को इसकी सुविधा देने की तैयारी कर रहा है।
पांच में से तीन कैलाश हिमाचल में
हिमाचल विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मंडी रैली के दौरान पांच कैलाशों का जिक्र किया था। उनका कहना था कि पांच कैलाशों में से तीन हिमाचल में है। यह मालूम रहे कि पांच कैलाशों में किन्नर कैलाश, श्रीखंड कैलाश और मणिमहेश कैलाश हिमाचल प्रदेश में हैं। पवित्र मणिमहेश झील के पास हेलीपैड का निर्माण करवाया जा रहा है। यात्रा से पूर्व कार्य पूरा करने की पूरी कोशिश रहेगी, ताकि श्रद्धालुओं को इसका लाभ मिल सके।