मणिमहेश न्यास
भरमौर जातर मेले की मेजबानी खुद करने को लेकर मणिमहेश न्यास ने ग्राम पंचायत भरमौर को एक नोटिस भेज दिया है। इसमें न्यास ने मणिमहेश ट्रस्ट के गठन का हवाला देते हुए भरमौर जातर मेले का आयोजन खुद करने की बात कही गई है। लिहाजा मणिमहेश न्यास के इस नोटिस के बाद मेले के मेजबानी को लेकर मामला भी अब पेचीदा हो गया है। बहरहाल अब देखना बाकी है कि ग्राम पंचायत को भेजे नोटिस का जवाब क्या आता है।
सूचना मिली है कि मणिमहेश न्यास ने भरमौर जातर मेले का आयोजन खुद करने को लेकर ग्राम पंचायत भरमौर को एक नोटिस भेज दिया है। बड़ी बात यह है कि मणिमहेश न्यास की ओर से एडीसी भरमौर के हवाले से चौरासी मंदिर परिसर में सजने वाली दुकानों को लेकर निविदा भी आमंत्रित कर दी है।
लिहाजा इससे मणिमहेश न्यास एवं प्रशासन की ओर से साफ संकते हैं कि इस मर्तबा मणिमहेश मेले के साथ आयोजित होने वाले भरमौर जातर मेले की मेजबानी खुद प्रशासन करने जा रहा है। बता दें कि पूर्व में भी एक मर्तबा मणिमहेश न्यास एवं उपमंडलीय प्रशासन की ओर से भरमौर जातर मेले को आयोजित करने की कवायद आरंभ की थी।
इस दौरान पंचायत और उपमंडलीय प्रशासन भी आमने-सामने आ गया था। ग्राम पंचायत भरमौर ने हवाला दिया था कि पंचायती राज अधिनियम के तहत पंचायतें स्थानीय मेले के आयोजन करने का अधिकार रखती है, लेकिन भरमौर जातर मेले को लेकर मणिमहेश न्यास एवं प्रशासन का पक्ष यह भी है कि मणिमहेश ट्रस्ट का गठन हो चुका है और चौरासी मंदिर परिसर के मुख्य मंदिरों को भी न्यास में शामिल किया गया है।
लिहाजा कहीं न कहीं न्यास इस पूरे आयोजन की मेजबानी करने का भी अधिकार रखता है। बहरहाल न्यास की ओर से जारी किए गए नोटिस के बावत स्थानीय पंचायत के सचिव से संपर्क नहीं हो पाया है।
उधर, एडीसी भरमौर नवीन तंवर ने पंचायत को नोटिस भेजने की खबर की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि न्यास की ओर से यह नोटिस पंचायत को भेजा गया है। उनका कहना है कि नोटिस का जवाब मिलने के उपरांत आगामी कार्रवाई की जाएगी।