भारतीय सहकारी महासम्मेलन
1 जुलाई को प्रगति मैदान दिल्ली में 17 वां भारतीय सहकारी महासम्मेलन का शुभारंभ हुआ , जिसमें मुख्य रूप से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी सहित महासम्मेहलन की अध्यक्षता माननीय केंद्रीय सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी द्वारा की गयी। एवं सम्मेलन का उद्धघाटन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया।
उन्होंने अपने उध्बोधन में सहकारिता की भूमिका को सभी के साझा करते हुए बताया की कैसे विभिन क्षेत्रों में सहकारिता समाज के उथ्थान के दिन रात कार्यरत है एवं कृषि में भी सहकारिता से लगभग 55 वर्षों से जुड़ी इफको के कदमों को सरहाते हुए सबके ध्यान को केंद्रित किया।
उन्होंने बताय की कैसे रासायनिक खादों से हमारी भूमि के साथ बीते वर्षों से खिलवाड़ हो रहा है। और इन रासायनिक खादों पर बीते 9 वर्षों में लगभग 10 लाख करोड़ रूपए व्यय सरकार द्वारा किये जा चुके हैं। इसी कड़ी में विश्व प्रथम निर्मित नैनो उर्वरकों के माध्यम से पारम्परिक उर्वरकों की खपत को कम करके इन पर व्यय की जाने वाली सब्सिडी को भी बचाया जा सकेगा। अमित शाह ने भी अपने संबोधन में सहकारिता को किसानों की तरक्की और विकास का एक महत्पूर्ण स्तम्भ बताते हुए इफको की हरित क्रांति के दौर में भूमिका की सरहाना की। नैनो DAP (तरल) फसल की पैदावार बढ़ाने और पारंपरिक NPK (12:32:16) एवं DAP खाद के कारण होने वाले पर्यावरण प्रदूषण को कम करके किसानों की आय में सुधार करने में अहम् भूमिका रखेगा । एक बोतल इफको नैनो DAP (तरल) की किसानो को 600 रूपए में अपनी नज़दीकी सहकारी समिति के माध्यम से उपलब्ध होगी जो की पारम्परिक NPK/DAP खाद की खपत को लगभग आधा कर देगी।
इसी उपलक्ष पर समस्त भारत में भी इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा गया जिसमे हिमाचल प्रदेश में भी विभिन सथानो पर किसान सभाओं के माध्यम से इस प्रसारण को किसानो को दिखाया गया , ख्य रूप से ग्राम कृषि सेवा सहकारी समितियों की भागीदारी रही। जिला काँगड़ा में फतेहपुर क्षेत्र में मनोह-सिहाल, जवाली क्षेत्र में भरमार एवं नगरोटा क्षेत्र में पठयार ग्राम की सहकारी समितियों में किसानो को इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाया गया जिनमे उन्हें नैनो उर्वरकों के फायदे सहित इनके विभिन फसलों में इस्तेमाल के बारे जानकाररी दी गयी।