बरसात
मोनिका शर्मा, धर्मशाला
हिमाचल में बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। इससे खेती को भी खूब नुकसान हुआ है। इस कारण कृषि विभाग का धर्मशाला भू सरंक्षण अनुभाग तेजी से नुकसान का आक लन करवा रहा है। धर्मशाला में तैनात सॉयल कंजरवेटर ऋषि ठाकुर के निर्देशों पर अधिकारियों की टीमें गांवों का दौरा कर रही हैं। ऋषि ठाकुर ने बताया कि उनकी टीमें हर पंचायत का दौरा कर रही हैं। इन टीमों से मिली रिपोर्ट को कृषि निदेशालय शिमला भेजा जाएगा। ऋषि ठाकुर ने यह भी कहा है कि किसान अपने खेतों को हुए नुकसान का वीडियो बनाकर उन्हें भेज सकते हैं। बजट आते ही राहत का काम शुरू करवा दिया जाएगा।
दूसरी ओर गत दिनों जल प्रलय से पूरे प्रदेश में तबाही हुई है। सरकार का दावा है कि लोगों को पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए विभाग ने रिकॉर्ड समय में काम करते हुए 5707 पेयजल योजनाओं को बहाल किया है। अब तक कुल्लू, मंडी और हमीरपुर में पेयजल योजनाओं को बहाल किया गया है। जलशक्ति विभाग को 1500 करोड़ का नुकसान हुआ है। आपदा में बहे 31 के करीब बड़े पुलों का निर्माण किया जाना है व कुल्लू-मनाली में ब्यास को चैनेललाइज का कार्य भी करना है। फिलहाल प्रदेश में खेती को हुए नुकसान को लेकर भू संरक्षण विंग तेजी से काम कर रहा है।
बागबानी को भी नुकसान
प्रदेश में बागवानी क्षेत्र को बरसात ने बड़ा नुकसान पहुंचाया है। बागवानी विभाग द्वारा प्रारंभिक आकलन के मुताबिक लगभग 100 करोड़ रुपये का नुकसान इस क्षेत्र को हुआ है। माना जा रहा है कि इसमें सेब को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। इसी के साथ आम व गुठलीदार फलों को भी बड़ा नुकसान हुआ है। इस नुकसान की भरपाई हो पाना अब मुश्किल है।बागवानी विभाग के फील्ड अधिकारियों ने रिपोर्ट भेजना शुरू कर दी है। सभी जिलों को कहा गया है कि वह अपने क्षेत्रों से जुड़ी रिपोर्ट दें।
आम भी झड़ गए
इससे पहले प्रदेश में आम को भी काफी ज्यादा नुकसान हुआ था। बारिश की वजह से पेड़ों से आम झड़ गए थे। अभी प्रदेश का आम बाजार में आने की तैयारी में ही था कि बरसात ने नुकसान कर दिया। इससे निचले हिमाचल के बागवान काफी ज्यादा परेशान हैं। क्योंकि उनका लगता था कि इस बार बाजार में दाम अच्छा मिल जाएगा। इस नुकसान से बागवान खड़े नहीं हो पा रहे हैं।