बरसात
सुरंगानी: बारिश के कारण बैरास्यूल खड्ड के उफान पर आने के चलते ब्याना पंचायत के सुरंगानी गांव के सात परिवारों के मकान एहतियात के तौर पर खाली करवाकर एनएचपीसी के क्वार्टरों में शिफ्ट कर दिया गया है। सोमवार को एसडीएम सलूणी आईएएस अधिकारी ईंशात जसवाल ने सुरंगानी पहुंचकर स्थिति का जायजा लेने के बाद यह फैसला लिया। इसी बीच सोमवार को हलके के विधायक डीएस ठाकुर ने भी सुरंगानी गांव पहुंचकर प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर हरसंभव मदद का भरोसा दिया।
जानकारी के अनुसार बारिश के चलते बैरास्यूल खड्ड के उफान पर आने से सुरंगानी गांव के सात परिवारों के आशियानों को खतरा पैदा हो गया है। इसके अलावा 32 परिवारों की खेतों में बोई मक्की की फसल भी बर्बाद हो गई है। घटना की जानकारी मिलते ही उपमंडलीय प्रशासन की ओर से एसडीएम सलूनी ईशांत जसवाल व तहसीलदार सलूनी विनोद कुमार टंडन ने सुरंगानी पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
उन्होंने एनएचपीसी के अधिकारियों से बातचीत करने के साथ ही सुरंगानी गांव नरसिंह, अमीचंद, गंगाराम, दिशो देवी, खेम राज जालम व नरैण के परिवार को एनएचपीसी के क्वार्टरों में शिफ्ट कर दिया गया है। ताकि किसी भी तरह के जानी नुकसान की संभावना को शून्य किया जाए। इस दौरान बैरास्यूल पावर स्टेशन सुरंगानी के जीएक केटी राजापांडियन ने आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द सुरंगानी गांव के समीप कंकरीट वाल लगा दी जाएगी।
इस मौके पर बयाना पंचायत के उपप्रधान अजय भारद्वाज, पूर्व प्रधान परविंद्र कुमार व पटवारी सुनील कुमार भी मौजूद रहे। उधर, विधायक डीएस ठाकुर ने प्रभावित परिवारों को भरोसा दिया है कि फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रशासन से बातचीत कर मुआवजा दिलवाया जाएगा। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं को भी प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष रखकर जल्द कार्रवाई मांगी।