फतेहपुर:- हमेशा से हॉट सीट माने जाने वाली फतेहपुर सीट इस बार माहौल और भी गर्म हो गया है। एक तरफ भाजपा के राकेश पठानिया जिनको पार्टी ने फतेहपुर से रिवाज बदलने व भाजपा की जीत का सूखा खत्म करने के लिए फतेहपुर से उतारा है वहीँ दूसरी ओर अन्य दलों के दिग्गज नेताओं मे कांग्रेस से भवानी सिंह पठानिया, भाजपा से निष्कासित एवं पुर्व भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कृपाल परमार निर्दलीय उम्मीदवार ,तो आप पुर्व सांसद डाक्टर राजन सुशांत सहित तीन अन्य प्रत्याशी मैदान मे हैं। अब भाजपा के फतेहपुर के प्रत्याशी राकेश पठानिया सभी प्रत्याशियों के लिए खतरे की घंटी बन गए हैं।
दरासल सभी प्रत्याशी जोर-शोर से अपना चुनाव प्रचार करने में लगे हुए हैं लेकिन जमीनी स्तर पर राकेश पठानिया की सभाओं में भारी भीड़ देखने को मिल रही है। इसके साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं का भाजपा में शामिल होने का सिलसिला जारी है, जिससे माहौल और गरमा गया। भाजपा हाईकामान की मानी जाए तो बताया जा रहा है कि राकेश पठानिया पर पार्टी ने इसलिए दाँव खेला है क्योंकि परिसीमन से पहले विधानसभा क्षेत्र फतेहपुर की करीब तेरह पंचायतें नूरपुर विधानसभा मे थीं और इन तेरह पंचायतों को राकेश पठानिया का गढ़ माना जाता था जिसके बल पर राकेश पठानिया चुनाव जीतते थे ।
इस बार के विधानसभा चुनाव मे राकेश पठानिया को इस क्षेत्र मे लोगों का पहले से ज्यादा प्यार मिल रहा है। एक बेबाक नेता के रूप मे लोगों में पहचाने जाने वाले राकेश पठानिया पर जनता विश्वास जता रही है। भाजपा के तेजी से बढ़ते जनाधार की वजह से मुकाबला कांटे की टक्कर वाला बन गया है। फतेहपुर के दुर्ग पर पिछ्ले करीब पंद्रह साल से कांग्रेस ने अपना परचम फहराया है, ये भाजपा या अन्य के लिए इस दुर्ग को जीतना एक टेढ़ी खीर मानी जा रही थी लेकिन अब भाजपा नेताओं में भी जोश और हाइटेक प्रचार देखने को मिल रहा है।
अगर विधानसभा क्षेत्र की बात करें , तो भौगोलिक दृष्टि से फतेहपुर को बारह दिन मे घूमना इतना आसान काम नहीं है लेकिन जिस प्रकार से एक दिन मे पंद्रह से बीस बैठकें कर भाजपा प्रत्याशी लोगों से मिल रहे हैं, उससे लोग उनके साथ लगातार जुड़ रहे हैं। अब भाजपा प्रत्याशी एवं वन मंत्री राकेश पठानियां के बढ़ते कुनबे ने कांग्रेस प्रत्याशी भवानी सिंह पठानियां के गणित बैगाडना शुरु कर दिया है ।