प्रदेश में मई से शराब
हिमाचल में जल्द ही शराब की गुणवत्ता का पता करने वाली ट्रैक एंड ट्रेस पॉलिसी जल्द ही लांच होगी। आबकारी एवं कराधान विभाग ने कई जिलों में पॉलिसी को लेकर अभ्यास शुरू कर दिया है। इसमें अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस पॉलिसी के लांच होने के बाद शराब की गुणवत्ता का ग्राहक भी पता कर पाएंगे। एक विशेष स्कैन कोड से शराब के निर्माण से उसके दुकान तक पहुंचने के पूरे क्रम की स्थिति साफ हो जाएगी। बीते करीब डेढ़ साल से आबकारी एवं कराधान विभाग इस पॉलिसी को लांच करने में जुटा है। पहले दौर में हार्डवेयर की खरीद की गई, उसके बाद इसे तैयार सॉफ्टवेयर के साथ जोड़ा गया। अब अंतिम दौर में अधिकारियों को प्रशिक्षित कर लांचिंग की तैयारी की जा रही है।
मंडी में जहरीली शराब कांड के बाद ट्रक एंड ट्रेस पॉलिसी चर्चा में आई थी। इस पॉलिसी के तहत शराब की बोतल पर कोड अंकित होगा और इसे मोबाइल ऐप के माध्यम से स्कैन किया जा सकेगा। इस दौरान इस बात का पता चलेगा कि शराब कब बनी और किस रास्ते से दुकान तक पहुंची। खास बात यह थी कि ट्रैक एंड ट्रेस से शराब के अवैध कारोबार पर पूरी तरह से रोक लगने वाली थी। हालांकि अभी तक इस पॉलिसी के धरातल पर उतरने का इंतजार चल रहा है। यह पॉलिसी लगातार दो बार बजट सत्र में चर्चा का हिस्सा बन चुकी है। अब उम्मीद जताई जा रही है कि मई महीने से आबकारी एवं कराधान विभाग इस पॉलिसी को लांच कर देगा। आबकारी एवं कराधान विभाग की मानें तो ट्रैक एंड ट्रेस पॉलिसी पर अंतिम दौर का काम चल रहा है। प्रशिक्षण पूरा होते ही अधिकारी कमान संभाल लेंगे।