प्रदेश में और चढ़ेगा पारा
हिमाचल प्रदेश में इस बार समय से पहले ही गर्मी ने दस्तक दे दी है। बारिश और बर्फबारी सामान्य से कम होने के चलते इस बार गर्मी खूब सताने वाली है। मौसम विभाग के अनुसार एक सप्ताह तक बारिश-बर्फबारी के आसार नहीं है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि प्रदेश में 10 मार्च तक धूप खिली रहेगी। धूप खिलने से तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है। ऐसे में आने वाले दिनों में गर्मी खूब सताने वाली है। वहीं गत दिनों हुई बारिश-बर्फबारी के बाद प्रदेश में तापमान फिर से चढऩे लगा है।
प्रदेश में सबसे अधिक तापमान ऊना जिला में दर्ज किया गया है। यहां का अधिकतम तामपान 31.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। वहीं राजधानी शिमला में अधिकतम तापमान 20.0 डिग्री दर्ज किया गया है। इसके अलावा सुंदरनगर में 26.9 डिग्री सेल्सियस, भुुंतर 26.4, कल्पा 12.8, धर्मशाला 25.2, नाहन 25.9, केलांग 7.5, सोलन 27.0, मनाली में 14.2, कांगड़ा में 26.8, मंडी में 29.2, बिलासपुर में 29.0, हमीरपुर में 28.2, चंबा में 24.1, डलहौजी में 12.8, जुब्बड़हट्टी में 23.0, कुफरी में 14.3 और धौलाकुआं में 29.4 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है।
हिमाचल प्रदेश हर महीने सामान्य से कम ही बारिश हुई है। वहीं मार्च महीने में भी सामान्य से कम बारिश की संभावना जताई जा रही है। इस दौरान प्रदेश में न्यूनतम व अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। ऐसे में मार्च में गर्मी लोगों को खूब सताने वाली है। वहीं हिमाचल को इस बार सूखे के कारण भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। मौसम विभाग ने मार्च महीने के लिए सीजनल आउटलुक जारी किया है। इसके मुताबिक पूरे देश में मार्च महीने के दौरान 83 से 117 प्रतिशत तक बारिश होने के आसार हैं, जबिक हिमाचल प्रदेश में मार्च के दौरान 20 से 59 प्रतिशत तक कम बारिश होने की संभावना है। प्रदेश में मार्च से लेकर मई तक कई क्षेत्रों में हीटवेव यानि गर्म हवाएं चलने की संभावनाएं भी काफी ज्यादा बढ़ गई है।
फरवरी महीने में 71 फीसदी कम बरसे मेघ
मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में फरवरी महीने में 71 फीसदी कम बारिश हुई है। सभी जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। लाहुल-स्पीति व कुल्लू में कम बारिश हुई हैं, जबकि बाकी बचे 10 जिलो मे अत्याधिक कम बारिश दर्ज की गई है। ऊना में सामान्य से 99 प्रतिशत कम बारिश हुई हैं। सिरमौर में 98 प्रतिशत कम बारिश हुई है। सोलन में सामान्य से 96 प्रतिशत कम है। इसके अलावा अन्य जिलों में भी बारिश सामान्य से कम ही दर्ज की गई है।