डाक्टरों ने मरीजों को जैनरिक दवाई नहीं लिखी तो होगी कार्रवाई
प्रदेश के प्रमुख अस्पतालों में 50 जनपथ केंद्र खोले जाएंगे। इनमें जोनल, क्षेत्रीय और सिविल अस्पताल मुख्य तौर पर शामिल होंगे। इससे सुलभ औषधि आम लोगों तक पहुंचेगी तथा लोगों को बेवजह महंगी दवाओं पर अतिरिक्त खर्च से निजात मिलेगी। इसके अलावा डाक्टरों को अब मरीजों को जैनरिक दवाइयां लिखनी होंगी। यदि डाक्टर मरीजों को जैनरिक की जगह दूसरी महंगी दवाइयां लिखेंगे तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. कर्नल धनीराम शांडिल ने राज्य स्तरीय जनौषधि दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि सस्ती तक आसानी से पहुंचें, इसके लिए प्रदेश सरकार आगामी समय में जनौषधि केंद्रों का विस्तार करेगी। पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि डाक्टरों को जैनरिक दवाएं लिखने के निर्देश दिए गए हैं। इसकी निगरानी समय-समय पर सरकार द्वारा सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग के कारण स्वास्थ्य पर पड़ रहे प्रतिकूल प्रभावों पर भी चिता जाहिर की। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से पर्यावरण को बचाने के लिए हरसंभव कार्य करने की अपील भी की।
डाक्टर ने 40 रुपए की जगह 400 रुपए की दवाई लिख दी
उन्होंने कहा कि जब वह सांसद थे तो उन्हें भी डाक्टर ने 40 रुपए की जगह 400 रुपए की दवाई लिख दी। वह इसे स्वयं भुगत चुके हैं। उसके बाद उन्होंने यह मामला उठाया। उन्होंने कहा है कि इस संबंध में लोगों को शिकायत के लिए 104 नंबर जारी किया गया है, जिस पर शिकायत की जा सकती है। इसके अलावा 1 या 2 सप्ताह में ऐसी शिकायतों को सुना जाएगा।