प्रदेश के कर्मचारियों
हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों का केंद्र के पास जमा नेशनल पेंशन योजना (एनपीएस) के 9,245 करोड़ रुपये वापस लाने के लिए कर्मचारियों का सेनापति बनकर दिल्ली कूच करूंगा। यह बात मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) की बहाली पर धर्मशाला में कर्मचारियों की ओर से सरकार के लिए आयोजित आभार रैली के दौरान कही। सीएम ने कर्मचारियों से कहा कि मैं आपका सेनापति हूं और आप मेरी सेना। दिल्ली में एनपीएस फंड के फंसे रुपये लाने के लिए कर्मचारी सेना को मेरा साथ देना होगा। उन्होंने कहा कि जब मैंने प्रदेश में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो प्रदेश पर 75 हजार करोड़ रुपये का कर्जा था। ऐसे में कर्मियों को वेतन देना और उनसे किए वादे पूरा करना आसान नहीं था।
मार्च में एनपीएस के 1,790 करोड़ जमा करवाने के बाद भी केंद्र ने वित्तीय मदद मुहैया नहीं करवाई, लेकिन, अपनी पहली ही कैबिनेट में हमने धन की व्यवस्था कर ओपीसी बहाली की बात कही। अब धीरे-धीरे प्रदेश के अन्य बोर्डों और निगमों के कर्मचारियों की भी पुरानी पेंशन बहाल करने पर सरकार कदम उठाएगी। सीएम ने कहा कि नीति आयोग की बैठक में उन्होंने एनपीएस फंड के तहत फंसे पैसे वापस लेने का मुद्दा उठाया है। इसके अलावा वह सोमवार को वित्त मंत्री से दिल्ली में बैठक के दौरान यह मुद्दा उठाएंगे। पावर प्रोजेक्टों से 20 फीसदी निशुल्क बिजली लेगी सरकार सीएम सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जो बिजली प्रोजेक्ट लोन फ्री हो चुके हैं, अब उनसे 12 के बजाय 20 फीसदी निशुल्क बिजली ली जाएगी। उन्होंने कहा कि अक्तूबर से मार्च तक प्रदेश बाहरी राज्यों से 7 रुपये प्रति यूनिट बिजली खरीदता है। इस पर 1,400 करोड़ रुपये खर्चा हो रहा है।
हिमाचल में निर्माणाधीन बिजली प्रोजेक्ट जल्द तैयार करेंगे, जिससे आने वाले दो साल बाद सरकार बाहरी राज्यों से बिजली नहीं खरीदेगी। हिमाचल में ओपीएस की बहाली ने भाजपा से छीना कर्नाटक उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार की ओर से बहाल की गई पुरानी पेंशन ने ही भाजपा से कर्नाटक छीना है। अगर जल्द भाजपा ने देश में ओपीएस को बहाल नहीं किया तो आगामी समय में देश के पांच राज्यों में होने वाले चुनावों में भी भाजपा को हार का मुंह देखना होगा। नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ हिमाचल प्रदेश की ओर से धर्मशाला में पुरानी पेंशन बहाली पर आयोजित आभार समारोह में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को घेरा। मुकेश ने कहा कि जब मंत्रालयों का आवंटन हो रहा था तो मैंने मुख्यमंत्री से मंदिरों की बागडोर को अपने पास रखने की मांग की।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने जब इसका कारण पूछा तो मैंने कहा कि भाजपा जो हर बार धर्म का रोना रोती है, मैं उसके धर्म को भुला दूंगा। उन्होंने कहा कि कहा कि भाजपा के नेता दिल्ली पहुंच कर हिमाचल को दी जाने वाली सौगातों में कटौती करवा रहे हैं। पूर्व जयराम सरकार ने कर्मचारियों से पंगा लिया, जिसका नतीजा आज उन्हें सत्ता से बाहर बैठ कर भुगतना पड़ रहा है। सरकार ने प्रदेश के लोगों को सामाजिक सुुरक्षा दी है। उन्होंने कर्मचारियों से आह्वान किया कि प्रदेश कांग्रेस सरकार ने उनका ध्यान रखा है। अब कर्मचारी उनका भी ख्याल रखें। 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों में चारों सीटें कांग्रेस की झोली में डाल कर दें। उन्होंने कहा कि कर्मचारी कांग्रेस सरकार को भूलने की कोशिश करेंगे तो वे उन्हें भूलने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कर्मचारियों के लिए बहाल की गई पुरानी पेंशन योजना ने देश भर में अलख जगा दिया है। इसी का नतीजा है कि आज कर्नाटक का चुनाव भाजपा हार चुकी है, जबकि अब जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, वहां पर भी ओपीएस बहाली की मांग उठने लगी है। ऐसे में अगर भाजपा ने देश भर में पुरानी पेंशन को बहाल नहीं किया तो उनका सारे देश से सूपड़ा साफ हो जाएगा।