जवाली: पौंग झील में इस बार साइबेरिया, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, अफ्रीका, अमेरिका सहित अन्य बाहरी देशों से ग्रेट क्रिस्टल ग्रेब, ग्रेट करमोरेंट, ग्रे हैरोन, बार हैडिड गूज, ब्राह्मणी शैलडक, कॉमनटील, नॉर्दर्न पिनटेल, कोमनकूट, ब्लैक हैडिड गल, ब्राउन हैडिड गल, यूरेशियन विजन, गॉडबैल प्रजाति के 117022 प्रवासी पक्षी पहुंच चुके हैं। झील किनारे खाली जमीन पर अवैध खेती रूकने से अब प्रवासी पक्षी आजादी से बाहर बिना डर के अठखेलियां कर रहे हैं। इन प्रवासी पक्षियों को देखने हेतू आने वाले पर्यटक भी आराम से प्रवासी पक्षियों की अठखेलियों को कैमरों में कैद कर रहे हैं।
विभागीय डीएफओ के बोल:
इस बारे वन्य प्राणी विभाग हमीरपुर के डीएफओ रेजीनोड रॉयस्टोन ने कहा कि वन्य प्राणी विभाग द्वारा पौंग झील में पहुंचे पक्षियों की गणना की गई है। प्रवासी पक्षियों की देखरेख के लिए टीमें लगाई गई हैं। अगर कोई प्रवासी पक्षियों का शिकार करता पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।