न्यू ओपीडी
इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल (आइजीएमसी) शिमला में सोमवार से मरीजों का उपचार नए ओपीडी भवन में होगा। आइजीएमसी प्रशासन दो दिन न्यू ओपीडी भवन का ट्रायल करेगा। इसमें देखा जाएगा कि प्रदेश के दूरदराज क्षेत्र से शिमला आए मरीज व तीमारदारों को कोई दिक्कत तो नहीं आ रही है। यदि कोई दिक्कत होगी तो उसे दूर किया जाएगा। दो दिन के ट्रायल के बाद नौ मार्च को ओपीडी भवन का मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू उद्घाटन करेंगे। इसी दिन आइजीएमसी में बने ट्रामा सेंटर का उद्घाटन भी होगा। पूर्व वीरभद्र सरकार में इस भवन का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। अब जाकर भवन तैयार हो गया है। 13 मंजिला भवन शिमला का सबसे ऊचा होगा।
मरीजों को पर्ची बनाने के लिए नहीं खाने होंगे धक्के
आइजीएमसी शिमला में न्यू ओपीडी भवन बनने के बाद मरीजों व तीमारदारों को बड़ा लाभ होगा। उपचार करवाने से पहले पर्ची बनाने के लिए मरीजों को घंटों तक लंबी कतारों में खड़े होकर धक्के नहीं खाने पड़ेंगे। न्यू ओपीडी भवन में सभी विभागों को शिफ्ट किया जा रहा है। मरीज जिस भी विभाग में उपचार करवाने जाना चाहते हैं उनकी पर्ची उसी विभाग के बाहर बनेगी। अभी तक सुविधा त्वचा रोग सहित कुछ एक विभागों में ही थी। अब सभी विभागों में इसे शुरू किया जाएगा। इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने सारी व्यवस्था कर दी है। इससे राहत मिलेगी।
न्यू ओपीडी भवन में यह सुविधाएं मिलेंगी
न्यू ओपीडी भवन कर पहली मंजिल में कैंटीन व लैब, दूसरी मंजिल में केंद्रीय पंजीकरण की सुविधा मिलेगी। तीसरी मंजिल में आपातकालीन, ट्रामा सेंटर, चौथी मंजिल में ट्रामा वार्ड, पांचवीं मंजिल में ट्रामा ओटी, आइटी, आइसीयू वार्ड, छठी मंजिल में सर्जरी ओपीडी व आइसोलेशन वार्ड, सातवीं मंजिल में मेडिसन ओपीडी व आपातकालीन मेडिसन विभाग होंगे। आठवीं मंजिल में त्वचा व बाल चिकित्सा ओपीडी और स्पेशल वार्ड, नौवीं मंजिल में आर्थो व फिजियोथेरेपी, दसवीं मंजिल में ईएनटी, 11वीं मंजिल में नेत्र ओपीडी व नेत्र बैंक, बारहवीं मंजिल में रेडियोलाजी, 13वीं मंजिल में चिकित्सकों के कैबिन बनाए गए हैं।