मोनिका शर्मा, धर्मशाला
स्मार्ट सिटी धर्मशाला के कार्यों में देरी करने वाले ठेकेदारों को पेनल्टी लगेगी। यह कड़ा फैसला स्मार्ट सिटी प्रबंधन ने लिया है। प्रदेश में नई कांग्रेस सरकार बनने के बाद धर्मशाला में इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चल रहा है। पूर्व शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा के निर्देशों पर स्मार्ट सिटी प्रबंधन इन परियोजनाओं को पूरा करने में जुट गया है।
हाल ही में हुई एक बैठक में स्मार्ट सिटी के जीएम ईं सजीव सैणी कह चुके हैं कि काम में देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसा करने वाले ठेकेदारों को पेनल्टी लगाई जाएगी। संजीव सैणी ने बताया कि अभी स्मार्ट रोड, स्ट्रीट लाइटों व अन्य कार्यों को गति देने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विद्युत बोर्ड को दिए गए 150 करोड़ रुपए के प्रोजेक्टों को भी और तेजी दी जा रही है। इसमेंं जीरो टोलरेंस की नीति को अपनाया जा रहा है।
50 प्रोजेक्ट किसी न किसी स्टेज से गुजर रहे
धर्मशाला में मौजूदा समय में 300 करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इनमें अकेले बिजली बोर्ड के बैनर तले ही 150 करोड़ रुपए के काम चल रहे हैं। इस परियोजना के तहत धर्मशाला में 75 प्रोजेक्ट पूरे करने हैं। इनपर कुल 635 करोड़ रुपए खर्च किए जाने हैं। पहले ये प्रोजेक्ट 2019-20 तक पूरे किए जाने थे, लेकिन अब 2023 के अंत तक इनकी डैडलाइन तय की गई है। दिसबंर 2022 तक इनमें से 190 करोड़ 25 प्रोजेक्टों को पूरा कर लिया गया है। बाकी के 445 करोड़ के 50 प्रोजेक्ट किसी न किसी स्टेज से गुजर रहे हैं।
मौके पर देखा जा रहा काम
धर्मशाला से विधायक व पूर्व शहरी विकास मंत्री लगातार मौके पर जाकर इन परियोजनाओं का निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्मार्ट रोड, पार्किंग, वर्कशाप, फुटबाल स्टेडियम व अकादमी जैसे कामों को लगातार तेज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि डैडलाइन को मीट करना चुनौती है। इसके लिए हमें दिन-रात एक करना होगा। पिछली भाजपा सरकार ने इस प्रोजेक्ट को हल्के में लिया, जिसका खामियाजा पूरे शहर को भुगतना पड़ रहा है।