धर्मशाला। मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में शिमला में विधायक प्राथमिकताओं पर चर्चा को हुई बैठक में धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा ने क्षेत्र के विकास को नए आयाम देने को लेकर अपनी विभिन्न प्राथमिकताएं रखीं।
उन्होंने धर्मशाला क्षेत्र की तीन मुख्य खड्डों – चरान, मांझी और मनूणी के तटीकरण की बात की। बता दें, धर्मशाला क्षेत्र में बहने वाली इन खड्डों में बरसात में बाढ़ के कारण उपजाऊ भूमि का कटाव व अन्य जान-माल का नुकसान होता है। इनके तटीकरण से एक ओर जहां हर साल करीब 1300 हैक्टेयर भूमि का बाढ़ से बचाव होगा, वहीं सालाना 25 करोड़ रुपये के नुकसान को भी बचाया जा सकेगा।
बैठक में चर्चा के दौरान सुधीर शर्मा ने धर्मशाला के नरघोटा में एक्जीबिशन इंडस्ट्री हब बनाने की दिशा में काम करने की बात कही। उन्होंने कहा कि एक्जीबिशन इंडस्ट्री हब आर्थिक विकास और रोजगार सृजन के साथ साथ प्रदर्शनियों से संबंधित विभिन्न प्रकार के सहायक उद्योगों के विकास का वाहक होगा।
इसके अलावा उन्होंने धर्मशाला में ट्यूलिप गार्डन से चटकर और मांझी से धर्मकोट के लिये दो रोपवे बनाने की बात की। सुधीर शर्मा ने कांगड़ा हवाई अड्डे के निर्माण को प्राथमिकता पर करने का आग्रह भी किया।
मुख्यमंत्री ने सभी कार्यों के लिए अपनी सहमति व्यक्त की।
बैठक में उपरांत सुधीर शर्मा ने कहा कि धर्मशाला के विकास के लिए प्राथमिकता के साथ चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ा जाएगा। क्षेत्र में विकास की नई योजनाएं लाने क साथ साथ अधूरे कार्यों को सिरे तक ले जाने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे धर्मशाला के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करने को प्रतिबद्ध हैं। इसके साथ ही क्षेत्र के लोगों की रोजमर्रा की समस्याओं के स्थाई समाधान के अलावा यहां विश्वस्तरीय मानकों की सुविधाएं सृजित कराना उनका लक्ष्य है।