ड्रैगन फ्रूट
मोनिका शर्मा, धर्मशाला
सुपर फ्रूट माने जाने वाले ड्रैगन फ्रूट की दुनिया भर में मांग है। हिमाचल में भी बागबान इसे उगाने लगे हैं। इन्हीं बागबानों में से एक हैं जीवन सिंह राणा। जीवन सिंह राणा कांगड़ा जिला में नगरोटा सूरियां उपमंडल की घाडज़रोट के रहने वाले हैं। अभी जीवन सिंह राणा के फार्म में 500 पौधे हैं। अपनी कामयाबी के बाद वह अपनी फार्म का विस्तार करने जा रहे हैं। जीवन सिंह राणा ने बताया कि वह अपने बेटे आशीष राणा के साथ मिलकर घाडज़रोट में ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं।
पिछले साल उनके फार्म में 6 क्विंटल फ्रूट पैदा हुआ था। इस बार 12 क्विंटल प्रोडक्शन हुई है। मार्केट में होलसेल में ड्रैगन फ्रूट ढाई सौ रुपए किलो बिक रहा है। उन्होंने दा पीस की पैकिंग बनाई है। सिंगल पीस 80 से 100 रुपए में बिक रहा है। गत रोज जीवन सिंह राणा ने कांगड़ा जिला मुख्यालय धर्मशाला में आए। उन्होंने ड्रैगन फ्रूट उपायुक्त कांगड़ा डा निपुण जिंदल को भेंट किया। डा निपुण जिंदल ने उनके प्रयासों की खूब सराहना की।
डा निपुण जिंदल ने बागबानों के लिए राणा को प्रेरणास्रोत बताया। इस दौरान उन्होंने ड्रैगन फ्रूट बागबानी विभाग के उपनिदेशक डा कमलशील नेगी को भी भेंट किया। डा कमलशील नेगी ने जिला के अन्य बागबानों से आग्रह किया है कि वे भी ड्रैगन फ्रूट उगा सकते हैं। विभाग उनकी भरपूर मदद करेगा। दूसरी ओर जीवन सिंह राणा ने बताया कि अब वह चार हजार नए ड्रैगन फ्रूट के प्लांट लगाने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह पौंग ऑस्टीज हैं। अभी उनका बेटा आशीष राणा व पत्नी कुंता सिंह राणा उनका सहयेाग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनका ड्रैगन फ्रूट बिलकुल प्राकृतिक है। इसमें किसी तरह की रासायनिक खाद नहीं मिलाई जाती है। उन्होंने बताया कि वह जीवामृत और देसी खाद आदि का इस्तेमाल करते हैं। अभी उन्हें दिल्ली और नासिक के आर्डर मिले हैं। पिछले साल सवा लाख का फ्रूट बिका था। इस बार दो लाख से ज्यादा की फसल है। यह फसल नवंबर माह तक चलेगी। जीवन राणा ने बताया कि वह साल 2018 में आतमा प्रोजेक्ट के अधिकारियों के संपर्क में आए थे। उस दौरान उन्होंने सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती को अपनाया और आगे बढ़े। वह कोरोना काल में 5 सितंबर 2020 को पंजाब के बरनाला से पौधे लाए थे।
उस समय 125 पिल्लर लगाए गए थे। एक पिल्लर में चार पौधे लगते हैं। अब वह इसका विस्तार करते हुए चार हजार पौधे लगाने जा रहे हैं।
डाक्टर कर रहे रेकमंड
ड्रैगन फ्रूट का औषधीय महत्व भी है। इसे सुपर फ्रूट भी कहा जाता है। जानकारी के अनुसार ड्रैगन फ्रूट को डॉक्टर्स अब कैंसर रोगियों को रेकमंड कर रहे हैं। ऐसे में नगरोटा सूरियां में जहां किसान इसे उगा रहे हैं, उनके घर से ही लोग इसकी खरीद के लिए पहुंच रहे हैं। बागवानी विभाग के उपनिदेशक डॉ. कमलशील नेगी ने कहा कि नगरोटा सूरियां ब्लॉक में ड्रैगन फ्रूट के लिए फ्रंट लाइन डेमोस्ट्रेशन प्लॉट 25 कनाल में स्थापित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि 3-4 किसानों के सहयोग से इसकी स्थापना की जाएगी।
अग्रणी बागबान हैं राणा
अग्रणी बागबान जीवन राणा ने प्राकृतिक खेती के लिए साहिबाल गाय भी पाल रखी है। रबी सीजन में वह गेहूं, चना, मटर, अलसी,टमाटर, मिर्च आदि उगाते हैं। खरीफ सीजन में वह मक्की, माश, तिल, रोंगी, कुलथ आदि उगाते हैं। बहरहाल उनकी फार्म पूरे हिमाचल के बागबानों के लिए प्रेरणास्रोत बन गई है। कैप्शन: उपायुक्त कांगड़ा डा. निपुण जिंदल को ड्रैगन फ्रूट भेंट करने प्रगतिशील बागवान जीवन राणा