खबर आजतक
चुराह में लोगों को केवल तीन माह ही विद्युत मंडल कार्यालय की सुविधा मिली। विधानसभा क्षेत्र चुराह के बाशिंदों को बिजली मीटर, ट्रांसफार्मर, खंभे आदि लगवाने के लिए अब 75 से 80 किलोमीटर का सफर तय कर जिला मुख्यालय का रुख करना पड़ रहा है। इससे चुराह की 55 पंचायतों की पौने दो लाख की आबादी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। चुराह उपमंडल में पूर्व भाजपा सरकार के शासनकाल में ग्रामीणों की ज्वलंत समस्या का समाधान करते हुए विद्युत मंडल कार्यालय तीसा बस अड्डे के समीप खोलकर यहां पर बाकायदा स्टाफ तक तैनात कर दिया गया। साथ ही विद्युत मंडल कार्यालय चुराह में अधिशासी अभियंता, जूनियर ड्राफ्सट्समैन, सीनियर असिस्टेंट, जूनियर ऑफिसर असिस्टेंट और चतुर्थ श्रेणी कर्मी ने अपना कार्यभार संभाल कर बाकायदा कार्य करना भी आरंभ कर दिया।
लेकिन सत्ता परिवर्तन के साथ ही कांग्रेस सरकार ने पूर्व सरकार के समय खोले गए संस्थानों को बंद करने के फरमान जारी कर दिए। सरकार की ओर से अधिशासी अभियंता को जिला मुख्यालय चंबा स्थित विद्युत मंडल कार्यालय, जूनियर ड्राफ्ट्समैन को कांगड़ा स्थित हाईड्रो प्रोजेक्ट, सीनियर असिस्टेंट को सब डिवीजन तीसा कार्यालय, जूनियर ऑफिसर असिस्टेंट को सब डिवीजन डलहौजी और चतुर्थ श्रेणी कर्मी को तीसा सब डिवीजन स्थानांतरित कर दिया गया। तीन माह तक ही चुराह विधानसभा क्षेत्र में विद्युत मंडल कार्यालय क्रियान्वित रहा। चुराह में विद्युत मंडल कार्यालय का बंद होना अब ग्रामीणों की मुसीबतों को बढ़ा रहा है। सर्दियों के दौरान चुराह विधानसभा क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी ने काफी तबाही मचाई। इससे 10 से 15 दिन तक चुराह का अधिकांश इलाका अंधेरे में ही डूबा रहा।
कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जनहित को दरकिनार कर तानाशाही रवैया अपनाते हुए विद्युत मंडल कार्यालय तीसा को बंद करवाया है। – राजेश कुमार, डौंरी पंचायत निवासी। चुराह के साथ कांग्रेस सरकार ने सौतेला व्यवहार किया है। इसका खामियाजा 55 पंचायतों की पौने दो लाख की आबादी को भुगतना पड़ रहा है। – लाल चंद ठाकुर, खजुआ पंचायत निवासी।
ग्रामीणों की ज्वलंत मांग को पूरा कर ही कार्यालय चुराह में खोला गया था जहां पर स्टाफ से लेकर स्टोर तक की व्यवस्था कर कार्य सुचारू आरंभ हुआ था। – कर्म सिंह, तीसा-द्वितीय पंचायत निवासी। लोगों को गांव में बिजली का मीटर लगवाने के लिए लेकर 80 किलोमीटर का सफर कर जिला मुख्यालय चंबा पर ही निर्भर रहना पड़ेगा। इससे दुश्वारियां बढ़ गई हैं। -अमित ठाकुर, पधर पंचायत निवासी।
विधायक हंसराज ने भाजपा सरकार के कार्यकाल में विद्युत मंडल कार्यालय खुलवा कर लोगों को राहत दी। उसे बंद करवाना ठीक नहीं। – सोनू शर्मा, तीसा-द्वितीय पंचायत निवासी। सरकार के मंडल कार्यालय को बंद करवाने का नुकसान सर्दियों में चुराह के ग्रामीणों को उठाना पड़ा। कई दिनों तक ग्रामीणों को अंधेरे में ही गुजर-बसर करना पड़ा। – कुलदीप राणा, जुंगरा पंचायत निवासी।