कांगड़ा: हिमाचल के दूसरे सबसे बड़े मेडिकल कालेज में अकसर व्यवस्था पर सवाल उठते रहते हैं। कुछ ऐसा ही एक और मामला सामने आया है। टांडा मेडिकल कालेज अस्पताल में इन दिनों दांतों के एक्सरे ही नहीं हो पा रहे हैं। मरीजों को नगरोटा बगवां या कांगड़ा में एक्स-रे करवाने के लिए कहा जा रहा है।
दांतों के रोगियों की दिक्कत यहीं नहीं थम रही है। कांगड़ा सिविल अस्पताल में भी दांतों के एक्स-रे की मशीन खराब हो गई है। अब सवाल यह है कि आखिर मरीज कहां जाएं। मंगलवार को टांडा मेडिकल कालेज में दांतों के चैकअप के लिए पहुंचे शशि ने बताया कि वह बड़ी उम्मीद लेकर अस्पताल आए थे।
पर्ची बनाने के बाद उन्हें एक्सरे करवाना था। इस पर उन्हें बताया गया कि टांडा में डेंटल एक्स-रे नहीं हो रहे हैं। एक्सरे क्यों नहीं हो रहे, इसका कारण शशि को पता नहीं है। शशि ने बताया कि उनके साथ कुछ और रोगी भी थे, जो एक्सरे करवाना चाहते थे। वे सभी मायूस होकर लौट गए। इसी बीच शशि कांगड़ा सिविल अस्पताल पहुंचे। वहां उन्हें बताया गया कि अस्पताल में एक्स-रे की मशीन ही खराब है।
शशि ने बताया कि इतने बड़े स्तर के अस्पतालों में अगर दांतों का एक्स-रे तक नहीं हो पा रहा है, तो छोटे गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस बारे में कांगड़ा सदर के विधायक पवन काजल ने कहा कि इन दोनों अस्पतालों में व्यवस्था सुधारने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से जल्द व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग उठाई है।
टांडा मेडिकल कालेज में दांतों के एक्स-रे क्यों नहीं हो रहे, इस बारे में पता किया जाएगा। मरीजों की सहूलियत का ख्याल रखा जाएगा
डा भानू अवस्थी, पिंसीपल, टांडा मेडिकल कालेज
दांतों के एक्स-रे की मशीन खराब हुई है। कल तक इंजीनियर आ जाएगा, जल्द एक्स-रे शुरू हो जाएंगे। मरीजों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं
अंकुश कपूर, डाक्टर, सिविल अस्पताल , कांगड़ा