जोगिन्दर नगर के विधायक प्रकाश राणा की बैठक में लोग नहीं आ रहे थे तो नया तरीका खोज निकाला गया और पूर्व विधायक व कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंदर पाल ठाकुर के नाम पर लोगों को बुलाया गया । यह आरोप जिला मंडी कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष गुरु शरण परमार ने लगाते हुए कहा कि बल्ह जौली पंचायत के बनौण गाँव में जब लोग प्रकाश राणा की बैठक में नहीं पहुँचे तो भाजपा के करिन्दो ने लोगों को यह झूठ बोल कर बुलाया कि कांग्रेस नेता सुरेंदर पाल ठाकुर आ रहे हैं ।
गुरु शरण परमार ने कहा कि विधायक प्रकाश राणा में राजनीति के नैतिक मूल्यों का अभाव है l उन्हें राजनीति का अनुभव नहीं है यह उनकी कथनी और करनी से स्पष्ट झलकता है, कुछ कार्यालय जो पूर्व सरकार ने बिना बजट, भवन, स्टाफ के खोल दिये थे उनकी अधिसूचना रद्द करने के मुद्दे पर विधायक द्वारा चलाये जा रहे हस्ताक्षर अभियान को भी राजनीति से प्रेरित ढंकोस्ला करार दिया l विधायक जी ने शायद यह नहीं सुना है कि मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि जहां जरूरत दिखेगी वहां पर कार्यालय बहाल किये जाएंगे ।
बैठक में प्रकाश राणा ने 1500 रूपये मासिक पैंशन के नाम पर महिलाओं की भावनाओं को भड़काने की नाकाम कोशिश की । परमार ने कहा कि अगर उनको महिलाओं की मासिक पैंशन की इतनी ही चिंता है तो वह अपने ट्रस्ट से क्यूँ नहीं देते जिसका वह अकसर बखान करते हैं । महज भावनाएं भड़काकर वोट हथियाए जा सकते हैं पर काम तो करके होता है l कांग्रेस की गारंटियां कांग्रेस को पूरी करनी है भाजपा विधायक को इसकी चिंता करने की जरूरत नहीं है ।
हर वायदा चरणबद्ध तरीके से पूरा सर्वे करके व बजट का प्रावधान करके पूरा किया जाएगा भाजपा विधायक संयम रखें अभी वो पाँच साल तक विपक्ष में तो हैं ही जितना विरोध करना चाहें करें पर इतनी जल्दी छटपटा कर अपनी खीज की नुमाइश करके वह अपनी ही फजीहत करवा रहे हैं ।
हिमाचल की जनता को कांग्रेस के वायदों पर विश्वास है तभी सत्ता सौंपी है और हिमाचल सरकार ने उस ओपीएस को भी आते ही बहाल कर दिया है जिसको भाजपा ने बंद किया था और पाँच साल तक कर्मचारियों की जायज माँग को अनसुना किया और इसके लिये संघर्ष कर रहे कर्मचारियों पर लाठियां भांजी, भरी सर्दी में वाटर केनन इस्तेमाल किया, केस बनाए, और तबादले किये ।
आज वो विधायक राणा विधायक निधि बंद होने की बात कह कर जनता के बीच में रो रहे हैं जो कहते थे कि जोगिन्दर नगर का सारा विकास वह अपने पैसे से ही कर देंगे, कोई भी सेलरी व भत्ते वह नहीं लेंगे और लोगों की हर माँग को पूरा करने से विधायक निधि बंद होने का नाम देकर इन्कार करके पल्ला झाड़ते हुए चल दिये ।