जेबीटी बैच वाइज भर्ती
हाल ही में जेबीटी बैच वाइज रिजल्ट निकाला गया है जिसमे जेबीटी यूनियन के प्रदेश महासचिव जगदीश परयाल ने कहा कि सरकार को इस भर्ती में रिव्यु लेना चाहिए क्योंकि इस भर्ती में केवल बी एड वाले नोकरी मिली है एक भी जेबीटी इसमें शामिल नहीं है , उन्होंने कहा कि जबकि मामला सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है जिसका निर्णय जुलाई में आने ही वाला था तो उस से पहले सरकार का बी एड को जेबीटी में शामिल करने का फैसला सरासर गलत है!
जगदीश परयाल ने कहा कि जिस हाई कोर्ट के निर्णय का हवाला देकर सरकार जहां अपने इस निर्णय को जायज बता रही हैं वो केवल कमीशन जो 2019 में हुआ के लिए दिया गया था उसमें भविष्य की भर्तीयों और बैचवाईज भर्तियों का कहीं कोई जिक्र ही नहीं था। ऐसे निर्णय से सरकार जेबीटी शिक्षकों के कैरियर को वर्तमान में तो है ही भविष्य के लिए भी अन्धकार में बना रही है। सरकार तुरंत प्रभाव से इस भर्ती का रिव्यू करें क्योंकि यह निर्णय विलकुल
ही हास्यास्पद है जब सरकार पास हजारों की संख्या में लगभग 40-50 हजार JBT धारक प्रशिक्षु एक ओर तो डिप्लोमा करके बैठे हैं और दूसरी ओर से प्रदेश भर की विभिन्न डाइटों में अध्यनरत है ऐसे में B.ed वालों की भर्ती करने की क्या आवश्यकता पड़ी? ऐसा करके सरकार उनके भविष्य से खिलवाड़ तो कर रही है और साथ में उनके डिप्लोमे का मज़ाक भी उठा रही है। जिस पर सरकार का यह उनके कैरियर को बर्बाद करने वाला गैरजिम्मेदाराना तुगलकी फरमान या निर्णय किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिन R&P rule और NCTE की अधिसूचना का जिक्र करके सरकार अपने निर्णय को सही ठहरा रहीं हैं उस निर्णय के मुताबिक B,.Ed वालों को केवल प्रशिक्षित अध्यापकों के अभाव में ही शामिल किया जा सकता था । ओर उस अधिसूचना के अनुसार यह बी एड जेबीटी भर्ती के लिए पात्र नही होते है उन्हें 6 महीने का ब्रिज कोर्स करवा के यह जेबीटी भर्ती के लिए पात्र होते हैं , बी एड को भर्ती करके उसका अलग से 6 महीने का कोर्स करवाने का असर सीधा सरकारी खजाने पर पड़ेगा ।
जबकि आपके पास जेबीटी पास हजारों प्रशिक्षित प्रशिक्षु हैं जो प्राथमिक के लिए सक्षम है जिनको दूसरा कोई कोर्स करवाने की आवश्यकता नही है जेबीटी होते हुए ऐसा निर्णय केवल B.Ed वालों को अप्रत्यक्ष फायदा पहुंचाना मात्र ही है । ओर अभी तक NCTE द्वारा मान्यता प्राप्त एक भी संस्थान नही है पूरे देश मे फिर सरकार किस संस्थान में इन्हें ब्रिज कोर्स करवाएगी । जो लोग पहले से ब्रिज कोर्स कर बैठे हैं उनके डिप्लोमा की जांच करना एक अलग विषय है क्योंकि ncte के अनुसार जॉइन करके के बाद ब्रिज कोर्स होता है । विभाग अभी बी एड को 2012 ,17 के R&p रूल के अनुसार भर्ती करने की बात कह रहा है जबकि इन नियमों ने अनुसार बी एड के लिए प्राथमिक में कही कोई बात नही लिखी गयी है । यह r&p रूल में सिर्फ जेबीटी के लिए ही बने हैं ।
मुख्यमंत्री जी जो प्रदेश के 50 हज़ार जेबीटी प्रशिक्षुओं के भविष्य के बारे में सोचना चाहिए ।