जिला शिक्षा विभाग
जिला शिक्षा विभाग के निरीक्षण विंग से सेवानिवृत्त जगदीश कौशल ने पुनर्नियुक्ति आदेश के चार दिन बाद भी कार्यालय में ज्वाइन नहीं किया है। वह 31 मार्च को हमीरपुर स्थित शिक्षा उपनिदेशक निरीक्षण कार्यालय से प्रधानाचार्य के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उनकी सेवानिवृत्ति समारोह में मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा बिट्टू समेत कई अन्य शामिल हुए थे। 31 मार्च की दोपहर को जगदीश कौशल प्रधानाचार्य के पद से सेवानिवृत्त होते हैं और कुछ घंटे बाद सरकार उनकी पुनर्नियुक्ति की आदेश जारी कर देती है।
सरकार की ओर से जारी आदेशों के तहत जगदीश कौशल को फिर से शिक्षा विभाग के निरीक्षण विंग में प्रधानाचार्य के पद पर पुनर्नियुक्ति मिलती है। आदेशों में लिखा गया है कि वह प्रधानाचार्य के पद पर 1 अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 एक साल तक जनहित में सेवाएं देंगे और उपनिदेशक निरीक्षण विंग का कार्य देखेंगे।
इन आदेशों के बाद सोशल मीडिया पर जगदीश कौशल को बधाई देने का दौर शुरू हुआ तो उसमें जगदीश कौशल ने कमेंट किया कि वह इस पद के इच्छुक नहीं हैं और मुख्यमंत्री से पुनर्नियुक्ति की अधिसूचना को रद्द करने की गुजारिश करते हैं। अब इस मामले में नया मोड आ गया है। जानकार कह रहे हैं कि जब संबंधित सेवानिवृत्त अधिकारी की इच्छा ही नहीं है तो सरकार ने किसे पूछकर उन्हें एक साल की पुनर्नियुक्ति प्रदान कर दी।
वहीं, हमीरपुर के शिक्षा उपनिदेशक निरीक्षण विंग में उपनिदेशक का पद पिछले साढ़े तीन साल से खाली चल रहा है। उधर, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य जगदीश कौशल ने कहा कि उन्होंने नए आदेशों के तहत शिक्षा उपनिदेशक निरीक्षण विंग में अभी तक ज्वाइन नहीं किया है। वह जल्द ही सोच-विचार कर आगामी निर्णय लेंगे।