जिला परिषद कांगड़ा की बैठक वीरवार को आयोजित की गई। बैठक में जिला पार्षदों ने भी जिला परिषद कैडर कर्मियों के पंचायती राज विभाग या ग्रामीण विकास विभाग में विलय के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान चड़ी वार्ड से जिला पार्षद पंकज कुमार पंकु ने प्रमुखता से इस मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि इन कर्मियों की हड़ताल से विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में इन्हीं कर्मियों पर इसकी जिम्मेवारी नहीं डाली जा सकती। उनका कहना था कि एक ओर जहां सरकार जिला परिषद कैडर कर्मियों को अपना कर्मचारी नहीं मानती, वहीं दूसरी ओर जिला स्तरीय अधिकारी उन्हें यह चेतावनी दे रहे हैं कि क्यों न हड़ताल पर जाने के चलते इन कर्मियों पर सीसी रूल्स के तहत कार्रवाई की जाए। पंकु ने कहा कि जब इन कर्मियों को सरकार अपना कर्मचारी ही नहीं मानती तो, कार्रवाई की बात किस आधार पर कही जा रही है। इस दौरान जिला के सभी 54 पार्षदों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया कि जिला परिषद कैडर कर्मियों व अधिकारियों का ग्रामीण विकास विभाग या पंचायती राज विभाग में विलय किया जाए। पंकु ने कहा कि इन कर्मियों ने पहले ही सरकार को चेताया था कि यदि उनकी मांगों को नहीं माना जाता है तो वे हड़ताल पर चले जाएंगे, ऐसे में सरकार को पहले ही इनकी मांगों पर गौर करना चाहिए। कुल मिलाकर जिला भर के जिला पार्षदों ने हड़ताली कर्मियों का समर्थन किया है।
हड़ताली कर्मियों को समर्थन देने पहुंचे पंकु
जिला पार्षद पंकज कुमार पंकु वीरवार को रैत विकास खंड कार्यालय में हड़ताल पर बैठे जिला परिषद कैडर कर्मियों की हड़ताल का समर्थन करने पहुंचे थे। उनके साथ जिला पार्षद रितिका शर्मा भी मौजूद रही। पंकज कुमार पंकु ने हड़ताली कर्मियों से मुलाकात करके उनके हर आंदोलन में समर्थन देने की बात कही।