उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कांगड़ा जिला में सभी दिव्यांगों के यूनिक डिसेबिलिटी पहचान कार्ड बनाने के लिए मिशन मोड में कार्य करने के निर्देश समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को दिए गए हैं। इस बाबत एनआईसी के सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि पंचायत स्तर तक दिव्यांगजनों को यूनिक डिसेबिलिटी कार्ड बनाने के लिए जागरूक किया जाए, लोक मित्र केंद्रों के माध्यम से भी आनलाइन आवेदन करने की सुविधा प्रदान की गई है।
उन्होंने कहा कि जिला में दस हजार के करीब दिव्यांग जनों के यूनिक डिसेबिलिटी पहचान कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मिशन मोड में ग्रामीण विकास विभाग तथा समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को कार्य करने के निर्देश भी दिए गए हैं ताकि दिव्यांगजनों को लाभाविंत किया जा सके।
उन्होंने कहा कि यूनिक डिसेबिलिटी पहचान कार्ड पूरे देश में मान्य होगा, दिव्यांगजन इस कार्ड के माध्यम से स्वयं की पहचान दर्ज करने के साथ साथ सरकारी योजनाओं से जुड़े लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले जिन दिव्यांगजनों के समाज कल्याण विभाग के माध्यम से पहचान पत्र जारी किए गए हैं उन सबके अब यूनिक डिसेबिलिटी पहचान कार्ड बनाए जाएंगे ताकि दिव्यांगजनों को पूरे देश भर में इसका लाभ मिल सके।
उन्होंने कहा कि जिला कल्याण अधिकारी कांगड़ा द्वारा पूर्ववत में जारी किए गए कार्ड को डिजिटाइज करवाने तथा नए कार्ड बनवाने के लिए निकटतम लोक मित्र केंद्र में संपर्क किया जा सकता है जिसमें दिव्यांगता प्रमाण पत्र, आधार कार्ड तथा फोटो पासपोर्ट साइज इत्यादि दस्तावेज साथ लेकर जाएं। यूडीआईडी कार्ड की आवेदन की स्थिति की जांच और ट्रैक भी कर सकते हैं। इससे संबंधित जानकारी के लिए संबंधित तहसील कल्याण अधिकारी तथा जिला कल्याण अधिकारी के कार्यालय के दूरभाष 01892 223132 पर भी संपर्क किया जा सकता है। इस अवसर पर सीएमओ डा गुरदर्शन गुप्ता, डीपीओ अश्वनी कुमार, जिला कल्याण अधिकारी उर्मिल पटियाल सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।