जब सीएम ने कहा
मैं सेनापति हूं और प्रदेश के कर्मचारी मेरी सेना है। अपने हकों की लड़ाई के लिए हम एक साथ दिल्ली के लिए कूच करेंगे। केंद्र सरकार द्वारा अभी तक प्रदेश को मिलने वाले कर्मियों व सरकार के अंशदान को नहीं दिया गया है। इस अंशदान को वापिस लेने के लिए अब लड़ाई लड़़ी जाएगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू रविवार को धर्मशाला के पुलिस मैदान में नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ द्वारा पुरानी पेंशन बहाली के उपलक्ष्य में आयोजित आभार समाराेह में बोल रहे थे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) के तहत जमा 9,242,60 करोड़ रुपए की राशि को प्रदेश को वापिस नहीं किया जा रहा है, जिसमें दस फीसद कर्मचारियों व चौहद फीसद सरकार का अंशदान इसमें है। उन्होंने कहा कि वह इस अंशदान को वापिस लेने के लिए नीति आयोग की बैठक में प्रदेश सरकार की ओर से अपना पक्ष रख चुके हैं और सोमवार को इस मामले को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री से मिलेंगे। मुख्यमंत्री नेे कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए सरकार द्वारा कदम उठाने शुरु किए गए हैं, लेकिन इसमें प्रदेश के कर्मचारियों का सहयोग आपेक्षित है। उन्होंने कहा कि प्रदेश व परिवार कर्ज पर नहीं चल सकते हैं, इसलिए अर्थ व्यवस्था के सुधार के लिए ग्रीन हाइड्रोजन व प्राकृतिक संसाधनों के दोहन की दिशा में काम करना शुरु किया गया है ताकि अर्थ व्यवस्था को मजूबत किया जा सके। प्रदेश में आने वाले समय हिमाचल पथ परिवहन निगम के बेडे़ को इलेक्ट्रानिक बसों के लैस करना इस दिशा में एक बड़ा कदम होगा। उन्हाेंने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा कर्मचारियों को पेंशन की बहाली का तोहफा दिया गया है तो ऐसे में उनका भी यह दायित्व बनता है वह प्रदेश के विकास में सरकार का सहयोग करें। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खूू ने कहा कि भी दूसरे चरण में कारपोरेशन कर्मचारियों को भी पेंशन का तोहफा दिया जाएगा जिसके लिए सरकार खाका तैयार कर रही है।
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के लिए पेंशन उनके आत्म सम्मान की बात थी, लेकिन भाजपा ने इस बात को दर किनार किया और कांग्रेस की इस पहल पर कई सवाल उठाए थे। परंतु कांग्रेस सरकार इस चुनौती का सामना करने से ना तो पहले पीछे नहीं हटी है और ना ही भविष्य में पीछे होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार सत्ता में विलासता की जिंदगी जीने के लिए नहीं बल्कि सत्ता परिवर्तन के लिए आई है और अपने थोड़े से ही कार्यकाल में अपने कार्यो से यह जनता काे दिखाया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य लोगों की आर्थिक तंगहाली व बदहाली को दूर करना है जिसे लेकर वह दृढ् संकल्पित है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा धर्मशाला के कचहरी अड्डा में पूजा अर्चना की। वहीं सभा स्थल पर उनका भव्य स्वागत कर्मचारियों द्वारा किया गया। इस दौरान कर्मचारियों द्वारा 31 लाख रुपए की राशि चैक मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के लिए दिया गया।
आभार समारोह में कृषि मंत्री चंद्र कुमार, स्वास्थ्य मंत्री धनी राम शांडिल, उद्योग मंत्री हर्ष वर्धन चौहान, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष आरएस बाली, एनपीएस कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय बंधु, प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर सहित विधायक व कर्मचारी मौजूद रहे। —