चंबा रुमाल को नई बुलंदियों पर पहुंचाने के लिए दिनेश कुमारी को राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा जाएगा। रक्षा मंत्रालय ने उनका चयन किया है। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें सम्मानित करेंगी। हालांकि इसकी तारीख अभी तय नहीं है। दिनेश को इससे पहले 24 अगस्त 2017 को भी राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है। चंबा रुमाल में महारत रखने वाली चौथी पीढ़ी में शुमार चंबा शहर के साथ लगते सोराड़ा मोहल्ला की दिनेश कुमारी ने बताया कि वह अपनी नानी की मां (लक्कड़ नानी) तुलसी देवी को अकसर घर पर महीन तरीके से चंबा रुमाल तैयार करते देखती थी।
उसके बाद अपनी नानी और अपने परिवार की अन्य महिलाओं को भी यही करते देखा। धीरे-धीरे उनमें भी इस कला को सीखने की ललक जागी। वर्ष 1977-78 में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान चंबा से चंबा कढ़ाई-सिलाई में दो वर्षीय डिप्लोमा किया। उन्हें हैंडीक्राफ्ट एवं हैंडलूम कॉरपोरेशन शिमला ने वर्ष 1994-95 में राज्य स्तरीय पुरस्कार, 13 जून 2016 को तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी के प्रथम पुरस्कार, 24 अगस्त 2017 में प्रगति मैदान दिल्ली में डॉ. बीआर आंबेडकर राष्ट्रीय पुरस्कार, केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय ने वर्ष 2017 में राष्ट्रीय मेरिट प्रमाण पत्र और वर्ष 2018 में कला संस्कृति शिखर सम्मान दिया। देश भर में वह चंबा रुमाल की प्रदर्शनियां लगा चुकी हैं। वह अपने घर में लड़कियों को निशुल्क चंबा रुमाल की कला सिखाती हैं।