बीएसएफ जवान अमित राणा ने ऑनलाइन गेम में पैसे गंवाने के बाद बढ़े कर्ज के आर्थिक बोझ से छुटकारा पाने के लिए मौत की झूठी पटकथा लिखी थी। अमित राणा पर करीब 40 से 45 लाख रुपए का कर्ज था। अमित राणा की इस साजिश की परिजनों तक को भनक नहीं थी। पुलिस की पूछताछ में अमित राणा ने कर्ज के बोझ से निजात पाने के लिए मौत की झूठी पटकथा लिखने की बात भी स्वीकार कर ली है। पुलिस अमित राणा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई को लेकर विशेषज्ञ की राय हासिल कर रही है।
यह जानकारी जिला पुलिस प्रमुख अभिषेक यादव ने शुक्रवार को कार्यालय परिसर में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान दी। उन्होंने कहा कि 29 जून की मध्यरात्रि घटित घटना के बाद पुलिस टीम को मौके के निरीक्षण दौरान ही संदेह हो गया था। कार में पर्याप्त शारीरिक अंग न मिलने पर संदेह और गहरा हुआ। इस घटना में एक ओर जहां वाहन पूरी तरह से जला हुआ पाया गया तो नंबर प्लेट अलग सुरक्षित बरामद हुई थी। इसके उपरांत सहायक उप निरीक्षक अजय कुमार, मुख्य आरक्षी बलविंद्र और आरक्षी प्रदीप की टीम ने मोर्चा संभालकर मौत के इस खेल से पर्दा उठाने में कामयाबी हासिल की।