चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे बंद होने की सूरत में मंडी से कुल्लू-मनाली जाने के लिए वाया कटौला मार्ग का सहारा होता है, लेकिन इस बार यह मार्ग भी टिहरी के पास पहाड़ी से मलबा आने के कारण बंद हो गया है. वहीं, दूसरा मार्ग वाया चैलचौक-गोहर है, जोकि अभी भी खुला है. इस मार्ग से सिर्फ छोटी गाड़ियों को ही भेजा रहा है, जबकि बड़ी गाडि़यों के पहिए पूरी तरह से जाम हो गए हैं.
मनाली. चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे शनिवार को फिर से यातायात के लिए पूरी तरह से बंद हो गया है. इससे पहले शुक्रवार को भी यह हाईवे करीब 12 घंटों तक पूरी तरह से बंद रहा था. कल सात मील के पास पहाड़ी से मलबा आने के कारण हाईवे बंद रहा था, आज भी उसी स्थान पर फिर से पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा आने के कारण हाईवे बंद हो गया है.
इसी के साथ नौ मील और एक अन्य स्थान पर भी पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा आने के चलते यह हाईवे पूरी तरह से बंद है. बताया जा रहा है कि सुबह के समय हुई भारी बारिश के कारण करीब 6 बजे पहाड़ी से मलबा आया, जिस कारण हाईवे बंद हो गया.
एक वैकल्पिक मार्ग बंद, अब एक का ही सहारा
हाईवे बंद होने की सूरत में मंडी से कुल्लू-मनाली जाने के लिए वाया कटौला मार्ग का सहारा होता है, लेकिन इस बार यह मार्ग भी टिहरी के पास पहाड़ी से मलबा आने के कारण बंद हो गया है. वहीं, दूसरा मार्ग वाया चैलचौक-गोहर है, जोकि अभी भी खुला है. इस मार्ग से सिर्फ छोटी गाड़ियों को ही भेजा रहा है, जबकि बड़ी गाडि़यों के पहिए पूरी तरह से जाम हो गए हैं. कुल्लू-मनाली से मंडी आने वालों और मंडी की तरफ से कुल्लू-मनाली जाने वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
मलबा हटाने में पेश आ रही हैं दिक्कतें
एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि सात मील के पास मलबा हटाने के कार्य में काफी ज्यादा दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं. पहाड़ी से लगातार मलबा गिर रहा है जिस कारण खतरा बना हुआ है. बावजूद इसके मलबा हटाने के कार्य को पूरी सावधानी के साथ किया जा रहा है. वहीं, दूसरे स्थानों पर भी मलबा हटाने का कार्य जारी है. अभी कुछ नहीं कहा जा सकता कि हाईवे और अन्य वैकल्पिक मार्ग यातायात के लिए कब तक बहाल हो पाएंगे.