गैस रिसाव, भूजल दूषित
सदर विधानसभा के तहत गैस रिसाव और भूजल खराब होने से परेशान पांच गांवों के बाशिंदों ने रविवार को सांकेतिक धरना शुरू कर दिया है। इस मसले पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने खफा ग्रामीणों ने टेंट लगाकर धरने पर बैठ गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने साफ किया है कि मांग पूरी न होने तक सांकेतिक धरना जारी रहेगा। प्रदर्शन में सनोली, मजारा, बीनेवाल, पूना और मलूकपुर गांव के लोग शामिल हैं। हिमाचल किसान सभा के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने बताया कि क्षेत्र का भूजल पीने लायक नहीं रहा है।
इसका मुख्य कारण सीमा पर लगे रासायनिक उद्योग का वेस्ट है, जोकि सीधा भूजल को प्रदूषित कर रहा है। बार-बार बताने पर भी कोई सुध ली जा रही है। स्थानीय सांसद केंद्रीय मंत्री भी हैं, लेकिन सिर्फ चुनाव के समय ही क्षेत्र में दर्शन देते हैं और गायब हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि सांसद के गुमशुदगी के पोस्टर भी क्षेत्र में लगाए जाएंगे, जिससे उन्हें क्षेत्र की जनता की याद आ सके। लोगों का कहना है कि आए दिन उद्योगों से गैस रिसाव हो रहे हैं, लेकिन नेताओं के पास इतना समय नही है कि इन सबकी जांच करवा दें। शायद किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार किया जा रहा है।
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि उनका क्षेत्र लंबे समय से प्रदूषण की मार झेल रहा है। क्षेत्रवासियों को मौत के मुंह में धकेला जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने का कि अब नेताओं या प्रशासन का झूठा आश्वासन नहीं, बल्कि धरातल पर उनके मसलों का हल होना चाहिए। उनकी मांगे पूरी होने पर ही यह धरना उठाया जाएगा अन्यथा इसकी रूपरेखा और तैयार की जाएगी। धरने में हिमाचल किसान सभा ऊना के सचिव नरेंद्र सिंह मजारा, रविंदर सिंह, मास्टर प्रीतम सिंह, जोरावर सिंह, अवतार सिंह, कमलजीत, सतविंदर सिंह, जरनैल सिंह, श्याम लाल, हरकरणजोत, प्रेम सिंह, जसवीर, जरनैल सिंह, अमरीक सिंह और मनजिंदर सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।