गेहूं खरीद प्रक्रिया
जिले में गेहूं खरीद प्रक्रिया ने रफ्तार पकड़ी है। जिले के दो खरीद केंद्रों में अभी तक 400 क्विंटल के आसपास फसल की खरीद हो चुकी है। फसल बेचने के लिए 70 किसानों ने पंजीकरण करवाया है। ऊना शहर से सटी रामपुर के मुकाबले अंब की टकारला मंडी में अधिक संख्या में किसान फसल बेचने पहुंच रहे हैं। टकारला मंडी में अभी तक 338 और रामपुर में 62 क्विंटल फसल खरीदी जा चुकी है। जिले में बीते दिनों बारिश होने के बाद जमीन में आवश्यकता से अधिक नमी आ गई थी। इस कारण गेहूं की कटाई तीन दिन तक रुकी रही।
अब धूप खिलने के बाद किसान फिर से गेहूं की कटाई में जुट गए हैं। इससे गेहूं खरीद केंद्रों में फसल पहुंचना शुरू हो गई है। हालांकि अभी तक नौ किसान ही फसल बेचने के लिए खरीद केंद्रों में पहुंचे हैं लेकिन आने वाले दिनों में इसमें तेजी आने की संभावना है। ध्यान रहे कि गेहूं खरीद से पहले ऑनलाइन पंजीकरण और स्लॉट बुकिंग प्रक्रिया होती है। इसके बाद अपनी बारी के हिसाब से किसान केंद्रों में फसल बेच सकते हैं। इससे उन्हें फसल बेचने के लिए इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा और उचित दाम भी मिल पाएंगे। टकारला और रामपुर में स्थापित गेहूं खरीद केंद्रों में गेहूं की साफ-सफाई के लिए 19 बड़े पंखे भी लगाए गए हैं।
एपीएमसी ने साफ किया है कि खरीद केंद्रों में कोई भी व्यापारी कृषि उपज मंडी समिति ऊना की ओर से जारी लाइसेंस के बिना गेहूं नहीं खरीद पाएगा। अगर बिना लाइसेंस प्राप्त कोई व्यापारी किसानों से गेहूं की खरीदता पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि इस बार गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2,125 रुपये निर्धारित किया गया है। किसान लोकमित्र केंद्र या स्वयं पोर्टल पर बुकिंग करवा सकते हैं। गेहूं बेचने के लिए लगभग 70 किसानों ने ऑनलाइन पंजीकरण करवाया है। इसमें से नौ किसान अपनी फसल बेच चुके हैं। मौसम साफ होने के बाद आने वाले दिनों में अच्छी संख्या में किसान फसल बेचने पहुंच सकते हैं। -भूपेंद्र सिंह ठाकुर, सचिव, एपीएमसी ऊना