विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर जाबली और सनवारा रेलवे स्ट्रेशन के बीच बड़ी मात्रा में भूस्खलन हो गया. ट्रैक पर बड़े-बड़े पत्थरों के साथ पेड़ और मलबा गिरने से एक ट्रेन तीन घंटे जंगल में फंसी रही.
भूस्खलन होने से जंगल के बीच अंधेरे में यात्री ट्रैक सुचारु होने का इंतजार करते रहे. ट्रैक पर हुए भूस्खलन के चलते रेलवे को जेसीबी की सहायता लेनी पड़ी. ट्रैक करीब तीन घंटे के बाद रात करीब 10:03 बजे बहाल हो पाया. गनीमत यह रही कि ट्रेन चालक ने गिरे मलबे को देखकर समय रहते ब्रेक लगा दी. भूस्खलन की सूचना ट्रेन चालक ने कोटी और सनवारा रेलवे स्टेशन को दी. वहीं ट्रैक के खुलने तक यात्री भूखे-प्यासे बीच जंगल में इधर-उधर भटकते रहे. इसके अलावा शिमला से कालका जाने वाली अन्य तीन ट्रेनें भी निर्धारित समय से लेट हुईं.