कर्मचारी चयन आयोग
हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में एसआईटी ने सोमवार को पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
इनमें दो आरोपी उमा आजाद के बेटे नितिन आजाद और निखिल आजाद हैं, जबकि तीसरा आरोपी दलाल है। दलाल सोहन हमीरपुर का रहने वाला है। पोस्ट कोड 939 जेओए आईटी भर्ती के दौरान ओएमआर शीट से छेड़खानी के आरोपी दो चपरासियों को गिरफ्तार करने के बाद सोमवार को दोनों अभ्यर्थियों को भी एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया है। इनकी पहचान विशाल चौधरी और दिनेश कुमार के रूप में हुई है। विशाल चौधरी चयन आयोग के चपरासी मदन लाल का बेटा है। दो चपरासियों मदन लाल और किशोरी लाल ने ओएमआर शीट्स से छेडख़ानी कर अभ्यर्थियों विशाल और दिनेश कुमार को परीक्षा पास करवाने में मदद की थी।
एसआईटी ने पोस्ट कोड 980 कला अध्यापक पेपर लीक मामले में निखिल आजाद को गिरफ्तार किया है। जबकि पोस्ट कोड 1003 कंप्यूटर ऑपरेटर और पोस्ट कोड 1036 जूनियर ऑडिटर पेपर लीक मामले में नितिन आजाद और दलाल सोहन को गिरफ्तार किया है। निखिल और नितिन दोनों अपनी मां के साथ न्यायिक हिरासत में थे। एसआईटी ने 24 मार्च को हमीरपुर न्यायालय से उनकी न्यायिक हिरासत को पुलिस हिरासत में बदलने के लिए अर्जी दी थी, जिसे अदालत ने स्वीकार किया था। सोमवार को दोनों भाइयों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया। सोहन को उसके घर से गिरफ्तार किया है। उधर, पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी एवं आयोग की निलंबित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद को न्यायालय ने अब उसे 6 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उधर, एसपी विजिलेंस राहुल नाथ ने कहा कि सोमवार को दो अलग-अलग मामलों में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।