हिमाचल प्रदेश के मंडी में आस्था का प्रतीक बड़ा देव कमरूनाग मंदिर की पावन झील की सुरक्षा में तैनात चौकीदारों को बंधक बनाकर, चोरी और चोरी के प्रयास की अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। 13 अगस्त को अमर उजाला ने एक्सलूसिव रिपोर्ट में पवित्र कमरूनाग झील में लाठियां लेकर सोने चांदी से भरी झील में लूट के मकसद से शातिरों के घुसने का खुलासा किया था।
खबर प्रकाशित होने के कुछ घंटों बाद मामला विधानसभा सत्र में गूंजा। सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने मामला उठाते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से जवाब मांगा। इसके बाद मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए।
शनिवार को पुलिस ने मंदिर परिसर में जाकर पूछताछ की और चौकीदारों के बयान दर्ज किए। देर रात देवता के कटवाल काहन सिंह की शिकायत पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 342, 379, 511,34 के तहत मामला दर्ज किया है। एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने मुकदमा दर्ज होने की पुष्टि की है।
कमरुनाग देवता के कटवाल ने पुलिस में शिकायत दी है कि बीते 11 अगस्त को मंदिर के चौकीदार ने उन्हें फोन पर सूचना दी कि 7 अगस्त की रात लगभग 2 बजे तीन अज्ञात लोगों ने मंदिर के बाहर लगे ग्रिल में ताला लगाकर हाथ में पकड़े लंबे-लंबे डंडों की मदद से झील में भक्तों द्वारा चढ़ाए गए गहनों को चुराने का प्रयास किया।
उन्होंने शिकायत में बताया कि चौकीदार ने अपने मोबाइल से झील में घुसे लोगों की वीडियो बनाई। काहन सिंह ने बताया कि मंदिर का दानपत्र सुरक्षित है और झील से कुछ संपत्ति चोरी हुई है या नहीं इसकी चौकीदारों को कोई जानकारी नहीं है।