कछियारी-भंगवार फोरलेन
कांगड़ा। 1100 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन कछियारी-भंगवार फोरलेन निर्माण के बाद पुराने बस स्टॉपेेज की लोकेशन भी बदल जाएगी। साथ ही ऐसे कई इलाकों की तस्वीर और तकदीर बदल जाएगी जो मार्ग से बिलकुल अनछुए थे। जहां कभी बस नहीं पहुंचती थी, वहां से फोरलेन गुजरेगा।
मटौर से शिमला फोरलेन प्रोजेक्ट के तहत कछियारी से भंगवार तक के 23 किमी के सफर में आठ नए लैंड मार्क बनाए जाएंगे। ये बस स्टापेज के रूप में विकसित किए जाएंगे। एनएचएआई नए आठ बस स्टॉपेज पर शेल्टर का निर्माण करवाएगा, जहां सवारियों को उतारा और बिठाया जाएगा। खास बात यह है कि जहां भी ये स्टाॅपेज बनाए जाएंगे उन्हें नज़दीकी गांव के स्टेट हाईवे से सर्विस लेन के जरिए जोड़ा जाएगा। ताकि, लोगों की फोरलेन के साथ आसानी से कनेक्टिविटी की जा सके। दिसंबर 2024 तक भंगवार, रानीताल, बड़ोह रोड, रसूह चौक, तकीपुर, पलवाना और कछयारी में नए बस स्टाॅपेज तैयार हो जाएंगे। इनका काम प्रगति पर है। हर बस स्टाॅपेज पर सर्विस लेन जरूर मिलेगा और यह लेन हाईवे से कनेक्ट होगी। साथ ही वर्तमान में हाईवे से कोसों दूर के गांवों से फोरलेन गुजरने से उन इलाकों की पहचान भी विकसित क्षेत्रों के तौर पर बदली जाएगी। दौलतपुर गांव के पिछले हिस्से से जा रहा फोरलेन तरसूह और पलवाना गांव से गुजरेगा। ये इलाके अब तक मुख्य सड़क और यातायात की सुविधा से वंचित थे। फोरलेन प्रोजेक्ट से इन इलाकों की तस्वीर भी जल्द बदलने वाली है।
फोरेलेज प्रोजेक्ट का काम तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। कांगड़ा से जुड़े इस पूरे फेज में आठ नए बस स्टाॅपेज शेल्टर के तौर पर बनाए जाएंगे। इन स्टॉपेज के साथ ही उन इलाकों की भी तरक्की होगी, जहां से फोरलेन गुजरेगा। हर स्टाॅपेज को सर्विस लेन मिलेगी।
कविराज चौहान
प्रोजेक्ट प्रबंधक, निर्माण कंपनी