कक्षाएं छोड़ सड़क पर
कक्षाएं छोड़कर सड़क पर उतरने के कुछ ही घंटों के बाद अब राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय लामू में आखिरकार भरमौर प्रशासन ने हरकत में आते हुए तीन शिक्षकों की तैनाती के फरमान जारी कर दिए हैं। लिहाजा, अब प्रतिनियुक्ति के आधार पर स्कूल में अध्यापक बच्चों को शिक्षा की धारा के साथ जोड़ने का प्रयास करेंगे। इससे बच्चों की पढ़ाई अब किसी भी सूरत में प्रभावित नहीं होगी। शिक्षकों की तैनाती होने से विद्यार्थियों ने भी कुछ अदद राहत की सांस ली है।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल लामू में जमा एक और दो कक्षाओं के लिए एक भी प्रवक्ता न होने से खिन्न विद्यार्थी शनिवार को कक्षाएं छोड़कर सड़क पर उतर पड़े। प्रवक्ताओं के पद खाली होने से दूरदराज के गांवों से स्कूल में पहुंच कर विद्यार्थियों को खाली बैठकर समय व्यतीत करना पड़ रहा था। हालांकि, भाजपा सरकार के कार्यकाल में राजकीय माध्यमिक पाठशाला लामू को वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल तो कर दिया गया लेकिन स्कूल में स्टाफ की तैनाती नहीं की गई।
स्कूल में प्रधानाचार्य सहित प्रवक्ताओं के पांच, टीजीटी नॉन मेडिकल का एक, कला अध्यापक का एक, पीईटी, क्लर्क सहित एलए के पद खाली पड़े हैं। इससे गुस्साए विद्यार्थियों ने शनिवार को लामू-हिलिंग मुख्य सड़क पर पहुंचकर धरना-प्रदर्शन किया। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे होली के तहसीलदार होली प्रकाश चंद, होली स्कूल के प्रधानाचार्य विनोद कुमार और पुलिस टीम ने काफी मशक्कत कर बच्चों और ग्रामीणों को समझा बुझाकर विद्यार्थियों को कक्षाओं में भेजा। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी नरेंद्र कुमार ने खबर की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों की पढ़ाई को सुचारु रूप से चलाने के लिए तीन और शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति पर तैनाती की गई है।