एक कमरे में पांच लोग
नूरपुर। रोटी, कपड़ा और मकान इनसान की बुनियादी जरूरत है। जहां तक हिमाचल की बात है, तो यहां की सरकारें और प्रदेशों से खुद को बेहतर मानती रही हैं। लेकिन यकीन मानिए, जमीनी स्तर पर कहीं कही ंहिमाचल के हालात भी बेहद खराब हैं। अब इन तस्वीरों को ही देख लीजिए। ये तस्वीरें नूरपुर की ठेहड़ पंचायत के खुवाडा गांव की हैं। ठेहड के वार्ड दो में एक परिवार एक ही कमरे में रहने को मजबूर है। इस परिवार में पांच मेंबर्ज हैं।
परिवार के मुखिया का नाम महेंद्र दास सपुत्र मुंशी राम हैं! महेंद्र दास दिमागी तौर पर अस्वस्थ हैं! महेंद्र की पत्नी चांद रानी ने बताया कि उनके तीन बच्चें हैं! महेंद्र की पत्नी लोगों के घरों मे काम कर अपने बीमार पति व बच्चों का पालन -पोषण कर रही हैं! महेंद्र दास का एक स्लेटनुमा छोटा सा कमरा हैं!जिसमें घर के पांचो सदस्य रहते हैं और उसी कमरे मे खाना बनाते हैं!
आजकल बरसातों के दिनों मे महेंद्र के स्लेटनुमा मकान मे पानी टपकता रहता हैं, जिससे परिवार को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा हैं! इस परिवार को पंचायत ने किसी भी गऱीबी रेखा मे आने वाले परिवार से बंचित रखा हैं! उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रशासन से अपील है कि इस परिवार की मदद की जाए । वहीं पंचायत प्रधान इंदुबाला ने कहा कि महेंद्र सिंह का मकान तीन-चार वर्ष पहले गिर गया था!
पंचायत को इसके बारे पता है! हमने इनका नाम प्रधानमंत्री आवास योजना में डाला हुआ है! प्रधानमंत्री आवास योजना की किस्त हमारे पास आ गई है! जब भी एस सी में इनके मकान आएंगे तो इनका पहले मकान बनाया जाएगा । प्रधान इन्हे आईआरडीपी में शामिल करने का भरोसा दिया है।