उद्योग मंत्री हर्षवर्धन
करुणामूलक संघ के पदाधिकारियों द्वारा आज शिमला सचिवालय मे उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान से करुणामूलक नौकरी बहाली के लिए अपनी मांगो को लेकर वार्तालाप हुआ व अपनी मांगों को लेकर उन्हें अवगत करवाया। प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार का कहना है कि कांग्रेस सरकार चुनावों के समय भी हर एक मंच से इन आश्रितों की आवाज उठाई गई थी जिसमें मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुकेश अग्निहोत्री, विक्रमआदित्य सिंह, हर्षवर्धन चौहान ब अन्य नेताओं द्वारा बादा किया गया था की हमारी सरकार बनते ही इन परिवारों को बिना किसी शर्त से करुणामूलक नौकरियां दी जाएंगी।
प्रदेशाध्यक्ष का कहना है प्रदेश सरकार जल्द से जल्द करुणामूलक संघ राज्य कार्यकारिणी की अधिकारिक लेवल पर मीटिंग करवाएं जिस पर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव , मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू , व अधिकारी सम्मिलित हो, करुणामूलक नौकरियों को लेकर निष्कर्ष निकल सके। करुणामूलक नौकरिया बहाल हो सके। जिस पर उद्योग मंत्री ने करुणामूलक संघ के पदाधिकारियों से वार्तालाप के दौरान कहा कि पिछली कैबिनेट में भी करुणामूलक नौकरियों के विषय को लेकर मुख्यमंत्री ब कैबिनेट मंत्रियों के साथ चर्चा की गई थी और जल्द इस मुद्दे को प्रदेश सरकार कैबिनेट में लाकर सभी आश्रितों को राहत प्रदान करेगी।
मुख्य मांगें:-
1) आगामी कैबिनेट में पॉलिसी संशोधन किया जाए जिसमें 5 लाख आय सीमा निर्धारित की जाए जिसमें एक व्यक्ति सालाना आय शर्त को हटाया जाए।
2) वित विभाग के द्वारा रेजेक्टेड केसों को कंसिडेर न करने की नोटिफिकेशन को तुरंत प्रभाव से रद्द कर दिया जाए| और रेजेक्टेड केसों को दोवारा कंसिडेर करने की नोटिफिकेशन जल्द की जाए।
3) क्लास-C व क्लास-D में कोटे की शर्त को हमेशा के लिए हटा दिया जाए और ताकि सभी को एक साथ नियुक्तियाँ मिल सके। जिन विभागों में खाली पोस्टें नही है उन केसों को अन्य विभाग में शिफ्ट करके नोकरियाँ दी जाए।
4) योग्यता के अनुसार क्लास-c व क्लास-D के सभी श्रेणियों (Technical+ non Techanical) के सभी पदों में नोकरियां दी जाए ताकि एक पद पर बोझ न पड़े ब उपरोक्त मांगों के सन्द्रभ में कैबिनेट में मोहर लगाई जाए।