आपदा
केंद्र की तरफ से हिमाचल को जो भी राहत मिली है यह राशि केंद्र के पास पैंडिंग थी। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की तबाही के बाद 8 हजार करोड से ज्यादा का नुकसान हुआ है। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने दिल्ली में जाकर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मिले और प्रदेश को इस आपदा की घड़ी में राहत देने की मांग की। आज शिमला में मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने मीडिया से रूबरू होते हुए कही।
नरेश चौहान ने कहा कि नितिन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जो राहत देने की बात की है वह एनएच व फोरलेन के लिए है। प्रदेश में इसके अलावा अन्य सड़के, बिजली व जल परियोजनाएं काफी बुरी तरह से प्रभावित हुई है जिसके लिए प्रदेश को केंद्र से बड़ी राहत की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पहले ही दो हजार करोड़ फौरी राहत की मांग केंद्र के सामने रखी है। केंद्र ने सिर्फ जो राहत देरी से मिलनी थी उसे जल्द जारी किया है। नरेश चौहान ने बताया कि मुख्यमंत्री स्वयं ग्राउंड जीरो पर जाकर राहत कार्यों का जायजा ले रहे हैं। मंत्री ऊपरी शिमला के सेब बहुल क्षेत्रों के दौरे पर है और सड़कों को बहाल करने के लिए खुली मदद कर रहे हैं इसके लिए सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं
है।