आखिरी उम्मीद
धर्मशाला, ज्वाली
साहब मुझे तो ये भी नहीं पता कि मेरी बेटी जिंदा भी है या नहीं। अपनी 22 वर्षीय बेटी के अपहरण के बाद हर जगह फरियाद लेकर गया और मायूस होकर लौटा एक लाचार बाप बुधवार को जिला प्रशासन से गुहार लगाने पहुंचा। उक्त् व्यक्ति के अनुसार हर जगह से थक-हार के वो अब अपनी आखिरी उम्मीद जिला प्रशासन के पास आया था। लाचार बाप ने अपनी बेटी को पंजाब के गुरदासपुर के तांत्रिक से मुक्त करवाने की गुहार लगाई।
वहीं अच्छी बात ये कि इस मजबूर और परेशान बाप की फरियाद सुनकर जिला प्रशासन ने तुरंत एसडीएम ज्वाली से संपर्क कर मामले में लड़की को बरामद करने की कारवाई के आदेश जारी किए। परेशान बाप के आरोपों की मानें तो कई विभाग इस मामले में मुक बने रहे नजर आते हैं। हालांकि अब लाचार बाप को ठोस कारवाई की आस जगी है।