धर्मशाला। प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में आबकारी एवं कराधान विभाग ने शराब ठेकों पर कार्रवाई तेज कर दी है। हाल ही में धर्मशाला के एक ठेके पर तय दाम से ज्यादा पैसे वसूलने के बाद महकमे का एक्शन और तेज हो गया है। राज्य आबकारी एवं कराधान विभाग के सूत्रों की मानें, तो जिला भर के शराब ठेेकों की मानीटरिंज तेजी से की जा रही है, ताकि उनके रेट और क्वालिटी पर नजर रखी जा सके। क्वालिटी चैक की बात करें, तो जिला में विभाग इस साल अब तक 319 सैंपल भर चुका है।
कंडाघाट फोरेंसिक लैब में ये सैंपल भेजे गए हैं, वहां से रिपोर्ट आने के बाद इस बात का खुलासा होगा कि कहां कहां शराब में मिलावट है। मौजूदा समय में विभाग रेट लिस्ट के अलावा शराब ठेकों पर क्वालिटी और अन्य नियमों पर भी पैनी नजर रख रहा है। सैंपल भरने के काम में आने वाले दिनों में और तेजी आने वाली है। जिला में मौजूदा समय में नूरपुर राजस्व जिला को छोड़ दें, तो कुल 329 ठेके चल रहे हैं। राज्य आबकारी एवं कराधान विभाग के डिप्टी कमिश्नर प्रदीप शर्मा का कहना है कि ग्राहकों को आबकारी विभाग के लाइसेंसधारकों से ही लिक्वर खरीदना चाहिए। इसमें ग्राहकों को विभाग का होलोग्राम भी चैक करना चाहिए। विभाग द्वारा अनुमोदित लेवल और अधिकतम खुदरा मूल्य भी चैक करना चाहिए।
देसी दारू पीने का शौकीन जिला
कांगड़ा जिला में सबसे ज्यादा खपत देसी शराब की है। दूसरे नंबर पर अंग्रेजी शराब व तीसरे स्थान पर बीयर है। वित्तीय साल 2022-23 में जिला में अब तक 519603 पेटियां देसी शराब की बिक चुकी हैं। अंग्रेजी शराब की बात करें, तो 173312 पेटियां बिकी हैं। बीयर 218417 पेटियों की खपत हो चुकी है, यानी सबसे ज्यादा खपत देसी शराब की हुई है।