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जानिए कौन हैं डॉक्टर राजेश जिन्होंने मौत के तेल से बचाई कई जिंदगियां

मोनिका शर्मा, धर्मशाला

कांगड़ा जिला में जहरीले सरसों तेल से एक व्यक्ति की मौत के बाद हडक़ंप का आलम है। इस मामले ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के होश उड़ा रखे हैं। खुंडियां इलाके में सरसों का यह तेल कई और लोगों की भी जान ले लेता, अगर इस केस को हिमाचल के नामी हैल्थ एक्सपर्ट डा राजेश न पकड़ते। डा राजेश ने इस मामले को ट्रेस करने में अहम भूमिका अदा की है। उन्हें अब स्वास्थ्य विभाग समेत पूरे प्रदेश में हर किसी की सराहना मिल रही है। टांडा मेेडिकल कालेज से बतौर प्रो मेडिसिन रिटायर हुए डा राजेश ने बताया कि वह मटौर में क्लीनिक चला रहे हैं। उनके पास दो सप्ताह पहले खुंडियां के एक गांव से एक लडक़ा अपनी मां को चैकअप के लिए लाया था।

डा राजेश ने देखा कि महिला की जांघों पर सूजन है। उस युवक ने बताया कि उसके छोटे भाई व उसकी पत्नी को भी यही बीमारी है तथा उनके पिता की इसी बीमारी से मौत हो चुकी है। इस पर डा राजेश तुरंत भांप गए कि अगर यह आनुवांशिक बीमारी होती, तो घर की बहू को यह रोग न होता। डाक्टर राजेश ने उनसे खाने के तेल पर सवाल किया, तो युवक ने बताया कि उनके पिता बाजार से सरसों लाए थे, उसी तेल का इस्तेमाल करने पर परिवार के चार सदस्यों को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई थी। उन्होंने प्रदेश और प्रदेश के बाहर कई जगह उपचार करवाया, पर बीमारी जस की तस रही। युवक ने यह भी बताया कि घर की बड़ी बहू ने इस तेल से बना खाना नहीं खाया था।

ऐसे में वह बिलकुल स्वस्थ थी। इससे डा राजेश को पक्का यकीन हो गया कि यह सीधे ड्राप्सी का केस है। उन्होंने तुरंत परिवार में नया राशन लाने को कहा। साथ ही स्वास्थ्य विभाग को भी इस मामले की गंभीरता से अवगत करवाया। उसके बाद ही विभाग और जिला प्रशासन अलर्ट हुए। एडवाइजरी जारी होने के साथ साथ सैंपल तक भरे गए हैं। डा राजेश इस बात से हैरान हैं कि इस परिवार ने प्रदेश के बाहर भी कई जगह अपना उपचार करवाया है, लेकिन किसी ने भी ड्राप्सी जैसे गंभीर मामले को ट्रेस नहीं किया।

अपने स्तर पर किया टैस्ट

डा राजेश ने इस तेल का अपने स्तर पर भी नाइट्रिक एसिड टेस्ट किया है। यह टेस्ट पॉजिटिव आया है। इस टेस्ट में ट्यूब के नीचे एसिड और ऊपर तेल रखा जाता है, अगर बीच में रिंग बन जाए, तो समझो तेल खराब है।

जानिए कौन हैं डा राजेश

डा राजेश मूल रूप से हमीरपुर जिला में भोरंज इलाके के रहने वाले हैं। उन्होनें एमबीबीएस और एमडी शिमला से की है। अपनी 40 साल की नौकरी में उन्होंने 25 साल आईजीएसमी और टीएमसी में सेवाएं दी हें। वह अगस्त 2020 में प्रो मेडिसिन रिटायर हुए हैं।

सीएमओ ने की स्पेशल पोस्ट

डा राजेश की सूझबूझ के लिए पूरे प्रदेश में उन्हें सराहना मिल रही है। सीएमओ डा गुरदर्शन गुप्ता की सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। इसमें उन्होंने डा राजेश की खूब सराहना की है। उन्होंने आर्मीजोन सीड मिले सरसों तेल को ट्रेस करने का श्रेय डा राजेश को दिया है।

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