कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने इंडिया गठबंधन के घटक दलों के नेताओं की बैठक में बुधवार को कहा कि इस गठबंधन में उन सभी दलों का स्वागत है, जो संविधान की प्रस्तावना में अटूट आस्था रखते हैं और इसके आर्थिक, सामाजिक तथा राजनीतिक न्याय के उद्देश्यों को लेकर प्रतिबद्ध हैं। खडग़े के इस बयान से प्रतीत होता है कि वह इंडिया गठबंधन में और दलों को जोडऩा चाहते हैं, ताकि सरकार बनाने का दावा पेश किया जा सके। उनका बयान ऐसे समय में आया है जब भाजपा नीत एनडीए ने बुधवार को सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुन लिया। इसके साथ ही लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में देश की बागडोर संभालने की दिशा में मोदी ने एक और कदम आगे बढ़ा दिया है।
हालांकि विपक्ष भी पूरी कोशिश में जुटा है। बुधवार को हुई बैइक में इंडिया गठबंधन के नेताओं ने करीब डेढ़ घंटे चर्चा की। बैठक से जारी बयान में खडग़े ने कहा कि लोकसभा चुनाव का जनादेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ है, लेकिन वह इसे नकारने की हरसंभव कोशिश करेंगे। खडग़े ने बैठक में अपने संबोधन में कहा कि मैं गठबंधन के सभी साथियों का स्वागत करता हूं। हम एक साथ लड़े, तालमेल से लड़े और पूरी ताकत से लड़े। आप सबको बधाई। 18वीं लोकसभा चुनाव का जनमत सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ है। चुनाव उनके नाम और चेहरे पर लड़ा गया था और जनता ने भाजपा को बहुमत न देकर उनके नेतृत्व के प्रति साफसंदेश दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष के मुताबिक, व्यक्तिगत रूप से नरेंद्र मोदी के लिए यह न सिर्फ राजनीतिक शिकस्त है, बल्कि नैतिक हार भी है।
हालांकि हम सब उनकी आदतों से वाकिफ हैं। वह इस जनमत को नकारने की हरसंभव कोशिश करेंगे। हम यहां से यह भी संदेश देते हैं कि इंडिया गठबंधन उन सभी राजनीतिक दलों का स्वागत करता है, जो भारत के संविधान की प्रस्तावना में अटूट विश्वास रखते है और इसके आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय के उद्देश्यों को लेकर प्रतिबद्ध हैं। मीटिंग में सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी, एनसीपी(शरद) के शरद पवार और उनकी बेटी सुप्रिया सुले, शिवसेना (उद्धव गुट) के संजय राउत, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी, राजद के तेजस्वी यादव, डीएमके नेता एमके स्टालिन, झारखंड के सीएम चंपई सोरेन और हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरने, आप नेता राघव चड्ढा और सीपीआई(एम) के सीताराम येचुरी समेत कई नेता मौजूद रहे।