कांगड़ा-चंबा लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने स्थानीय होटल धौलाधार में प्रेस कान्फ्रेंस करके कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान उनकी कोशिश रही है कि एक प्रत्याशी के रूप में समाज के हर वर्ग की अपेक्षा जानी जाए। मतदाता को मुझसे क्या उम्मीदें हैं और कौन-कौन से कार्य करवाने की जरूरत है, यह जानने का भी प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री कै तौर पर अपने कार्यकाल में जो-जो काम किए हैं, वह अपनी गवाही दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वह पर्यावरण के हितैषी रहे हैं, और उनकी कोशिश रहेगी कि वह कांगड़ा-चंबा जिलों में पर्यावरण हितैषी उद्योग व योजनाएं शुरू करवाएं। खासकर ईको फ्रेंडली टूरिज्म और धार्मिक पर्यटन की संभावनाएं अपार हैं। पीएम मोदी ने चुनाव प्रचार में जनता के आम मुद्दों से दूरी बनाई रखी और अनर्गल बातें करते रहे। 2024 का चुनाव बदलाव का चुनाव है, जिससे बेरोजगारी, महंगाई, किसान और आम जनता के हितों के मुद्दों पर जनता अपना जनमत देगी। उन्होंने कहा कि 2014 में किए गए वादों में देश की जनता को उम्मीद थी कि हर साल दो करोड़ नौकरियां दी जाएंगी, महंगाई कम की जाएगी, मगर ये वादे पूरे न हो सकें। हमारा देश नौजवानों का देश है, जिनमें देश को आगे बढ़ाने की क्षमता है।
उन्होंने कहा कि सरकार देश में बेरोजगारों और किसानों की उपेक्षा की गई, उसी प्रकार आपदा के समय प्रदेश की जनता से मुंह फेर लिया गया। आपदा में राहत राशि देने के भाजपा के दावों पर उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और भाजपा के नेता ऐसी नोटिफिकेशन दिखाएं कि जिसमें हिमाचल में हुई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया गया हो। हिमाचल को जो राशि केंद्र से मिली है, वो आपदा राहत कोष के तहत मिली, जो सामान्य प्रक्रिया के तहत जारी की गई, जो हिमाचल का हक था। विशेष राहत के नाम पर एक भी पैसा नहीं दिया गया है, जबकि उत्तराखंड में आपदा आने पर राष्ट्रीय आपदा घोषित कर विशेष राशि जारी की गई थी। उन्होंने कहा कि कांगड़ा-चंबा की सीट हासिल करने के बाद वह धर्मशाला और चंबा में अपना कार्यालय खोलेंगे।