हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड संस्कृत विषय की पढ़ाई कक्षा छह से ही पढ़ाया जाएगा। यह आदेश प्रदेश सरकार द्वारा जारी किए गए हैं। तीसरी, चौथी और पांचवीं कक्षा के लिए शिक्षा बोर्ड ने जो किताबें छापी थीं उन्हें सरकारी पुस्तकालयों को भेजने के आदेश हैं। यह जानकारी स्कूल शिक्षा बोर्ड के सेक्रेटरी डॉ. मेजर विशाल शर्मा देते हुए कहा कि बोर्ड ने इस सारे मामले में सरकार से पत्राचार किया था। जिस संबंध में सरकार से प्राप्त पत्र में निर्देश दिए गए हैं कि अब प्रदेश में कक्षा छह से ही संस्कृत पढ़ाई जाएगी। गौरतलब है कि दो वर्ष पूर्व तत्कालीन बोर्ड अध्यक्ष डा. सुरेश कुमार सोनी ने संस्कृत को ओर अधिक बढ़ावा देने के लिए तीसरी कक्षा से संस्कृत भाषा शुरू करने का निर्णय लिया था। बोर्ड ने तीसरी कक्षा से संस्कृत शुरू करवाई थी। तीसरी व चौथी कक्षा के छात्रों के लिए संस्कृत सिर्फ मौखिक रूप से पढ़ाई जा रही थी। दो साल मौखिक रूप से संस्कृत पढ़ाने के बाद पांचवी कक्षा में संस्कृत का पेपर लिया जा रहा था। इसके अलावा इस शैक्षणिक सत्र 2023-24 के तहत होने वाली दोनों टर्मों की परीक्षाओं के बाद जैसे ही परिणाम घोषित होगा, तो विद्यार्थियों को डीजी लॉकर की सुविधा मिलेगी। वर्तमान में शैक्षणिक सत्र 2022-23 की मार्कशीट डीजी लॉकर पर उपलब्ध है। शीघ्र ही पिछले 10 साल की मार्कशीट भी डीजी लॉकर पर उपलब्ध हो जाएंगी। स्कूल शिक्षा बोर्ड डीएलएड और टेट के सर्टिफिकेट भी डीजी लॉकर पर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने कहा कि 10वीं-12वीं के बार्षिक परीक्षाओं परिणाम घोषित करने के लिए 4 अप्रैल से स्पॉट वैल्यूएशन प्रक्रिया शुरू की जा रही है। मई माह के प्रथम सप्ताह में परिणाम घोषित कर दिए जायेंगे।