धर्मशाला से कांग्रेस को ढूंढे से भी नहीं मिल रहा प्रत्याशी
धठन के लोग भी इस बात को जानते हैं कि आज सरकार में तानाशाही चल रही है और ऐसी तानाशाह सरकार का कोई भी व्यक्ति हिस्सा नहीं बनना चाहता। नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने वाली है और अभी तर्मशाला से भाजपा प्रत्याशी सुधीर शर्मा ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को धर्मशाला से खुद चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। धर्मशाला से जारी प्रेस वक्तव्य में सुधीर शर्मा ने कहा कि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने संगठन की ऐसी हालत कर दी है आज इन्हें ढूंढने से भी प्रत्याशी नहीं मिल रहा है। उनकी जनविरोधी नीतियों के कारण आज आम कार्यकर्ताओं का भी सरकार और संगठन से मोहभंग हो गया है। संगक कांग्रेस धर्मशाला से अपना प्रत्याशी ही तय नहीं कर पाई है। ऐसी स्थिति में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को चाहिए कि वह खुद आकर यहां से चुनाव लड़ें। उन्हें अपनी जमीनी हकीकत का पता भी चल जाएगा और मुकाबला भी थोड़ा रोचक हो जाएगा। ऐसा प्रदेश के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि सरकार सत्ता में होने के बाद भी उन्हें प्रत्याशी नहीं मिल रहा है। इससे बड़ी शर्म की बात किसी भी सीएम के लिए और कुछ नहीं हो सकती। सीएम को चाहिए कि वह तत्काल प्रभाव से अपने पद से इस्तीफा दें, वैसे भी उपचुनावों के बाद उनकी सरकार जाने वाली है। इससे बेहतर यही है कि वह पहले ही नैतिकता का परिचय देते हुए त्यागपत्र दे दें। लोकसभा की चारों सीटों के अलावा विधानसभा की सभी 6 सीटों पर भाजपा का परचम लहराने वाला है। प्रदेश की जनता मुड़ बना चुकी है कि तानाशाह सरकार को हर हाल में सत्ता से बाहर करना है।