धर्मशाला
जैसे-जैसे चुनावी कैंपेन रफ्तार पकड़ रहा है, वैसे-वैसे सियासी पारा भी चढऩे लगा है। खासकर प्रदेश की सबसे हॉट सीट कहे वाले धर्मशाला में सियासी आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला और भी तेज हो गया। भाजपा प्रत्याशी सुधीर शर्मा भी अब एकशन मोड में आ गए हैं,क्योंकि सीएम लगातार उनको ही टारगेट कर रहे हैं। सुधीर शर्मा ने कहा कि यह हिमाचल का दुर्भाग्य है कि उन्हें ऐसा सीएम मिला है, जो विकास या विजन पर बात नहीं करता, बल्कि दूसरों पर बेबुनियाद आरोप लगाकर लोगों को भ्रमित कर रहा है। दो दिन पहले धर्मशाला में सीएम ने उन पर सौदागर के साथ भू-माफिया होने का भी आरोप जड़ा था। सीएम गिरती सरकार को देखकर इतने बौखला गए हैं कि ऐसा लग रहा है कि वह अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं।
सुधीर शर्मा ने चुटकी लेते हुए कहा कि सीएम की मित्रमंडली को चाहिए कि वह उनका इलाज करवाएं। सुधीर शर्मा ने कहा कि आज से पहले कभी किसी मुख्यमंत्री के साथ ऐसा नहीं हुआ, इसलिए मुख्यमंत्री बौखलाहट में इस तरह के काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री को ऐसी बातें करने से पहले अपनी उन कमियों को भी कम से कम छिपा लेना चाहिए था, जो उन्होंने नामांकन के समय छोड़ रखी हैं। पिछली बार नामांकन में जो कमियां रहीं, वह भी तथ्य के साथ जनता के सामने आएंगी। सुधीर शर्मा ने कहा कि उनके पास मुख्यमंत्री के खिलाफ तथ्य भी हैं कि किसके भाई के पास कितनी जमीन है और किसके परिवार की सदस्य के पास कितनी जमीन है, सब कुछ तथ्य के साथ सामने आएगा। जब यह काले चि_े निकलेंगे, तो पूरे तथ्यों के साथ जनता के सामने आएंगे। सुधीर शर्मा ने कहा कि लोग चुनाव में ऐसा छक्का लगाएंगे, जो सीधा स्टेडियम के बाहर जाएगा।
रजिस्ट्रयां खंगाल रहे सीएम सुक्खू
सुधीर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने धर्मशाला तहसील में अधिकारियों को फोन कर रजिस्ट्री के सारे रिकार्ड निकालने के लिए कह रहे हैं। मुख्यमंत्री तो ऐसी बात कर रहे हैं, जैसे धर्मशाला में हर जमीन का लेन-देन सुधीर शर्मा ही करवा रहा हो। शर्मा का कहना है कि उनके साथ फोटो में सीएम को कोई व्यक्ति दिखता है, तो उसका रिकार्ड खंगालने शुरू कर देते हैं।
सीएम से है लड़ाई
धर्मशाला विस क्षेत्र के उपचुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी सुधीर शर्मा का प्रचार जोरों पर है। गुरुवार को चुनाव प्रचार के दौरान पत्रकारों के सवालों पर सुधीर शर्मा ने कहा कि धर्मशाला की जनता का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। धर्मशाला में उनकी लड़ाई कांग्रेस के प्रत्याशी से नहीं, बल्कि सीधे सीएम से है। यह चुनाव सीएम बदलने के लिए है, जिससे जिस व्यक्ति ने राजनीतिक रंजिश के चलते धर्मशाला का विकास रोक दिया है, उसे भी पता चलेगा कि धर्मशाला का वोटर सत्ता देना जानता है, तो छीनने का भी माद्दा रखता है।