धर्मशाला विधानसभा उप चुनाव में धर्मशाला के 9 प्रमुख नेताओं की दावेदारी ने पार्टी नेतृत्व के लिए चुनौती जैसी स्थिति पैदा कर दी है। कांग्रेस नेतृत्व के सामने यह मुश्किल खड़ी हो गई है कि किस दावेदार को उम्मीदवार बनाया जाए। धर्मशाला के पूर्व विधायक सुधीर शर्मा के कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने से कांग्रेस का उम्मीदवार कौन होगा इसको लेकर पार्टी के भीतर जबरदस्त खींचतान शुरू हो गई है। धर्मशाला विधानसभा उपचुनाव के लिए सशक्त उम्मीदवार नहीं मिल रहा है। वर्ष 2022 में हाथ के चुनाव चिन्ह पर विधायक बने सुधीर शर्मा अब उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार बनकर कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। सुधीर के पाला बदल देने से विधानसभा उपचुनाव में अब कांग्रेस का प्रत्याशी कौन हो सकता है, इसको लेकर मंथन चल रहा है।
वहीं, सुधीर शर्मा को टिकट देने के बाद भाजपा में सुलगी बगावत की चिंगारी पर भी कांग्रेस की नजर है। भाजपा से नाराज लोगों पर भी कांग्रेस डोरे डालने का प्रयास कर रही है। ऐसे में भाजपा असंतुष्टों को मनाने में कितनी सफल रहती है, कांग्रेस के लिए ये काफी महत्वपूर्ण रहने वाला हैं। कांग्रेस टिकट के सूची दिन-प्रतिदिन लंबी होती जा रही है। इस सूची में धर्मशाला की पूर्व सांसद एवं विधायक चंद्रेश कुमारी, साल 1993 में रहे कांग्रेस प्रत्याशी राम स्वरुप शर्मा, धर्मशाला नगर निगम के पूर्व मेयर एवं प्रदेश महासचिव देवेंद्र जग्गी, कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी विजयइंद्र कर्ण, आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मनोज कुमार और कांग्रेस के पूर्व विधायक मूल राज पादा के बेटे रजनीश पाधा, धर्मशाला ब्लॉक कांग्रेस के नव निर्वाचित अध्यक्ष हरभजन भज्जी,जिला युवा अध्यक्ष पंकज कुमार पंकू सहित हाल ही में भाजपा के टिकट आवंटन से नाराज राकेश चौधरी के नाम शामिल हैं। इनमें से कुछ एक नेताओं ने दिल्ली में डेरा डाल दिया है तो कुछ नेता कांग्रेस के अन्य नेताओं के इशारा मिलने के बाद अपनी-अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं।
पूर्व सांसद चंद्रेश कुमारी ने कहा कि धर्मशाला का विकास उनकी देन है। चाहे वह प्रदेश में मंत्री रही या केंद्र में मंत्री रही हमेशा ही धर्मशाला के विकास को प्राथमिकता दी। कांगड़ा एयरपोर्ट, धर्मशाला के लिए सेंट्रल यूनिवर्सिटी सहित कांग्रेस सरकार के समय सभी विभागों के क्षेत्रीय कार्यालय, एजुकेशन बोर्ड मुख्यालय धर्मशाला स्थापित करना रहे हैं। ऐसे समय में जब सशक्त नेतृत्व की आवश्यकता है तो ऐसे समय पार्टी हाई कमान ने चाहा तो उपचुनाव लड़ सकती हूँ।
कांग्रेस नेता राम स्वरूप शर्मा ने कहा उन्होंने विभिन्न पदों पर रहते हुए पार्टी के लिए ही कार्य किया है। जसके चलते ही पार्टी ने पहले उन्हें टिकट दिया था। मनोज कुमार ने कहा मैंने पिछले 38 वर्ष से कांग्रेस पार्टी की सेवा की है और भविष्य में भी कांग्रेस का सच्चा सिपाही बनकर रहूंगा। मैंने कभी आत्म सम्मान के साथ कभी समझौता नहीं किया। मैंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के समक्ष धर्मशाला उपचुनाव के लिए आबेदन किया है। प्रदेश महासचिव देवेंद्र जग्गी ने कहा उन्हों पार्टी हित में ही कार्य किया है। कांग्रेस हाई कमान चुनाव लड़ने का आदेश देगी तो वह तैयार हैं। रजनीश पाधा ने कहा कि पार्टी इस मर्तवा धरती पुत्र कार्यकर्त्ता को ही टिकट दे धर्मशाला में पैराशूटी कैंडिडेट नहीं चलेगा। धर्मशाला में वर्षों पुराने कार्यकर्त्ता पार्टी को मजबूत बनाने में लगे रहे लेकिन हर बार बाहरी व्यक्ति को कैंडिडेट बना दिया गया। लेकिन हमने फिर भी हाथ का ही साथ दिया।