केंद्रीय विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्रा से प्रोफैसर द्वारा दुष्कर्म मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को धर्मशाला स्थित अस्थायी परिसर में सीयू प्रशासन के खिलाफ नारेजाबी की। जिस प्रोफैसर पर छात्रा से दुष्कर्म का आरोप लगा है, उसे सस्पैंड करने की मांग को लेकर सीयू के देहरा, धर्मशाला व शाहपुर अस्थायी कैंपस के गेट में कुछ समय के लिए ताले जड़ दिए गए। हालांकि जब आरोपी प्रोफैसर को सस्पैंड करने के ऑर्डर हुए, उसके बाद कार्यकर्ताओं ने ताले खोल दिए। एबीवीपी ने प्रदर्शन करते हुए सीयू में अभी तक घटित हुए इस तरह के मामलों की जांच कर रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग उठाई।
कुलपति ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया कि 15 दिन में जांच कर रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी। आश्वासन के बाद एबीवीपी ने अपना प्रदर्शन खत्म किया। जानकारी के मुताबिक सैंट्रल यूनिवर्सिटी के शाहपुर परिसर में कार्यरत एक प्रोफैसर पर एक छात्रा ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था, जिसकी शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज करके आरोपी प्रोफैसर को हिरासत में लिया है। वहीं सीयू प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए संबंधित प्रोफैसर को सस्पैंड कर दिया है।
बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने धर्मशाला परिसर में जमकर नारेबाजी की। धर्मशाला कैंपस में ताला लगा दिया गया। मामले को बढ़ता देखकर सीयू के कुलपति सहित अन्य अधिकारी मौके पर आए तथा कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया। कार्यकर्ताओं का आरोप था कि सीयू प्रशासन ऐसे मामलों को हमेशा छुपाता रहा है। कार्यकर्ताओं ने मांग रखी है कि इस तरह के जितने भी मामले आए हैं, उनकी जानकारी दी जाए। सीयू के कुलपति सत प्रकाश वंसल ने कहा कि ने हाई पावर कमेटी का गठन किया जा रहा है। मामला ध्यान में आते ही संबंधित प्रोफैसर को सस्पैंड कर दिया है। शिक्षा के मंदिर में इस तरह का कार्य निंदनीय व अशोभनीय है। पीड़िता छात्रा की पीएचडी पूर्ण होगी और महिला गाइड दी जाएगी। इस तरह के मामले आने के बाद प्रशासन ने कार्रवाई की है।